गढ़वा। थाना क्षेत्र के कितासोती निवासी 45 वर्षीय ब्रजेश प्रजापति की मौत गढ़वा थाना परिसर में संदेहास्पद स्थिति में हो गई। घटना के बाद परिजनों ने सदर अस्पताल पहुंचकर गढ़वा पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगा रहे हैं। गढ़वा पुलिस पर आरोप लगाते हुए परिजनों ने कहा कि ब्रजेश कुमार और उसका पुत्र शशिकांत प्रजापति को प्रमिला कुअर के आवेदन पर गढ़वा थाना बुलाया गया था। जहां थाना परिसर में बैठाकर पुलिस के द्वारा विभिन्न तरह से धमकाया जा रहा था।
उस दौरान ब्रजेश को ना तो खाना दिया गया और ना ही पानी दिया गया। वहीं बीपी की दवा खाने के लिए ब्रजेश ने कई बार पुलिस से गुहार लगाया। लेकिन पुलिस एक भी ना सुनी। मृतक के साथ आए उसका पुत्र शशिकांत प्रजापति ने बताया कि थाना परिसर में काफी उमस था। कई बार पानी और खाने की बात कह रहे थे। लेकिन हम लोग कई बार प्रयास किए लेकिन पुलिस खाना और पानी देने से इनकार कर दिया। जिसके बाद थाना परिसर में बेहोश होकर गिर गए। उसके कुछ देर बाद ही वहीं पर उसकी मौत हो गई।
शशिकांत प्रजापति ने बताया कि 1 सप्ताह पूर्व उसके पटीदार प्रमिला कुअर के द्वारा गढ़वा थाना में आवेदन देकर जमीन विवाद से संबंधित प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन दिया गया था। उक्त मामले में गढ़वा पुलिस ने दोनों पक्ष को गढ़वा थाने में बुलाया था। और दोनों पक्ष से पूछताछ किया जाने लगा। इस दौरान ब्रजेश प्रजापति को बार-बार पुलिस के द्वारा धमकाया जा रहा था कि तुम्हें रात भर हाजत में रखेंगे जिससे तुमको समझ में आ जाएगा।
पुलिस के धमकी के कुछ देर बाद ही अचानक ब्रजेश प्रजापति गिर गया। वहां उपस्थित लोग उन्हें तत्काल अस्पताल लाया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना के बाद भी परिजनों को इसकी सूचना नहीं दी गई। परिजनों का आरोप था कि पुलिस के धमकाने के कारण और उसे खाना पानी नहीं देने की वजह से ब्रजेश की मौत हो गई। उक्त मामले में प्रभारी थाना प्रभारी के के साहू ने बताया कि 1 सप्ताह पूर्व प्रमिला कुअर नामक एक महिला ने गढ़वा थाने में आवेदन देकर भूमि विवाद से संबंधित शिकायत दर्ज कराई थी। तो मामले में ही पुलिस ने दोनों पक्ष को सुलह समझौता के लिए थाना बुलाया था।
जहां दोनों प्रतीक्षा रूम में बैठकर आपस में सुलह समझौता कर रहे थे। उसी बीच ब्रजेश प्रजापति बेहोश होकर जमीन पर गिर गया। तत्काल पुलिस के द्वारा उसे सदर अस्पताल लाया गया। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों ने शव को लेकर 1 घंटे तक गढ़वा थाने के सामने रहा सड़क जाम मृतक ब्रजेश प्रजापति के परिजनों ने गढ़वा पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाते हुए गढ़वा थाना के सामने एनएच75 को जाम कर दिया। उससे आवागमन पूरी तरह से बाधित हो गया।
परिजनों का कहना था कि गढ़वा थाना में सुबह ही बुलाया गया था सुबह से लेकर दोपहर बाद तक बृजेश प्रजापति को ना तो खाना खाने दिया गया और ना ही पानी पीने दे गया परिजनों ने लगाया कि उन्हें बीपी की दवा तक नहीं खाने दिया गया जिसके कारण उनकी गढ़वा थाना में ही मौत हो गई लेकिन पुलिस गढ़वा थाने की बजाय सदर अस्पताल में मौत होने की बात कह रही है और परिजनों से हस्ताक्षर भी करा रही है परिजनों का कहना है कि जब थाने मेंमौत हुई है तो पुलिस अस्पताल में मौत क्यों दिखा रहीं हैं परिजनों ने बताया कि गढ़वा थाने के सामने स्थित एक निजी क्लिनिक में भी ब्रजेश को दिखाया गया था या चिकित्सक ने कुछ बताने से परहेज कर रहे है।