रामगढ़ : झारखंड के रामगढ़ विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव के लिए चल रहे प्रचार अभियान के बीच आजसू पार्टी के एक कद्दावर नेता मनोज मुंडा की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. आशंका व्यक्त की जा रही है कि इस वारदात के पीछे चुनावी रंजिश हो सकती है. इस उपचुनाव में मुख्य मुकाबला एनडीए के घटक आजसू पार्टी और कांग्रेस के बीच है।
किसी काम से झांजी टोली गए थे मनोज मुंडा…
बताया गया कि मनोज मुंडा की हत्या अमझरिया गांव के झांजी टोली के गुरुवार साप्ताहिक बाजार में उस वक्त कर दी गई जब वे वहां किसी काम से गए थे. कुछ लोग उन्हें पकड़कर हाट से थोड़ी दूर ले गए और सिर पर सटाकर गोली मार दी. इसके बाद अपराधी आराम से वहां से निकल गए. बुरी तरह जख्मी हालत में मनोज मुंडा को रांची के रिम्स लाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
‘हत्या के पीछे नक्सलियों का हाथ होने की आशंका’
इधर घटना की सूचना मिलने के बाद पतरातू एसडीपीओ डॉ वीरेंद्र चौधरी, सर्किल इंस्पेक्टर रोहित महतो सशस्त्र बल के जवान घटना स्थल पर पहुंचे. पुलिस ने वारदात की जांच शुरू कर दी है. पुलिस इस एंगल पर भी तफ्तीश कर रही है कि इसके पीछे नक्सलियों का हाथ हो सकता है. कुछ अरसा पहले पुलिस ने एक नक्सली वारदात के सिलसिले में मनोज मुंडा को हिरासत में लिया था. पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि शीघ्र ही अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा.
‘मतदाताओं के बीच दहशत फैलाने की कोशिश’
इस बीच आजसू पार्टी के नेताओं ने इस हत्याकांड की भर्त्सना की है. पार्टी के प्रवक्ता ने कहा है कि अपराधियों के बल पर मतदाताओं में दहशत फैलाने की कोशिश की जा रही है. बता दें कि रामगढ़ सीट पर आगामी 27 फरवरी को चुनाव कराये जाने हैं. आजसू पार्टी ने यहां गिरिडीह के सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी की पत्नी सुनीता देवी को उम्मीदवार बनाया है, जबकि कांग्रेस ने पूर्व विधायक ममता देवी के पति बजरंग महतो को मैदान में उतारा है. पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने यहां आजसू को पराजित कर इस सीट पर कब्जा किया था।