जमशेदपुर : बोड़ाम प्रखंड अंतर्गत जिलिंगडूंगरी स्थित बाघरा मौजा के स्वीकृत डिग्री कालेज मैदान के सामने बोड़ाम के विभिन्न गांवों के ग्राम प्रधान, शिक्षाविद, बुद्धिजीवी, समाजसेवी, एवम आसपास के ग्रामीण मौजूद रहे और उनके नेतृत्व में गठित बोडाम डिग्री कालेज निर्माण समिति के बैनर तले निर्माण में आ रहे तकनीकी समस्याओं के समाधान हेतु बैठक बुलाई गई , बैठक में सभी ग्रामीणों ने एक ही स्वर में उक्त स्थल पर कालेज निर्माण होने की बात कही गई , साथ ही क्षेत्र के लोकप्रिय नेता सह झारखंड सरकार के पूर्व मंत्री रामचंद्र सहिस और वर्तमान सांसद के संयुक्त प्रयास की सराहना किया।
बताते चले विधानसभा के सत्र के दौरान विभिन्न विधायको के मांगो पर तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुबर दास के द्वारा प्रत्येक विधानसभा में एक एक डिग्री कालेज निर्माण का घोषणा हुआ था उनके घोषणाओं को आलोक में जुगसलाई विधानसभा क्षेत्र के बोड़ाम प्रखंड के बघरा मौजा के जिलिंगडूंगरी में डिग्री कालेज निर्माण स्थल चयनित हुआ जो 2017 में जमीन का भू राजस्व विभाग से उच्च शिक्षा एवम कौशल विभाग को स्थांतरित हुआ , जिसके बाद विभाग द्वारा टेंडर प्रक्रिया पूरी हुई जिसका ऑन लाइन शिलान्यास वर्तमान मुख्यमंत्री द्वारा हुआ और निर्माण भी शुरू होता है लेकिन अचानक आनन फानन में जांच दल गठित होता है और निर्माण कार्य को बाधित करने का साजिश रचा जाता है जिसके कारण क्षेत्र के लोगो में निराश और आक्रोश व्याप्त है युवाओं के अच्छी शिक्षा व्यवस्था के लिए कालेज का निर्माण होना आवश्यक है लेकिन वर्तमान सरकारी तंत्र और सरकार की उदासीन रवैया और उनके द्वारा बनाई गई जांच कमिटी द्वारा सुनियोजित साजिश के तहत कालेज को निर्माण को बाधित करते हुए क्षेत्र के युवाओं संग धोखा देने का कार्य किया जा रहा है जो यहां के लोग बर्दास्त नही करेगा। ग्राम सभा के बैठक में बतौर अतिथि के रूप में सांसद विद्युत वरण महतो , और पूर्व मंत्री रामचंद्र सहिस उपस्थित रहे बैठक में सांसद ने भी अपने विचार रखे।
उक्त बैठक में बतौर अथिति पहुंचे रामचंद्र सहिस ने कहा की वर्तमान सरकार शिक्षा के क्षेत्र में विभागीय उदासीन है इस क्षेत्र की बहुप्रतीक्षित कालेज निर्माण की मांग पिछली सरकार ने आदिवासी, शोषित,वंचित, पिछड़ा, और अतिपिछड़ा क्षेत्र को शिक्षित कर उन्हे रोजगार के अवसर देने का कार्य किया गया मेरे कार्यकाल में जलापूर्ति योजना,शिक्षा के नए स्कूल खोलने , सड़क का जाल बिछाने का कार्य किया गया लेकिन वर्षो से इस क्षेत्र को विकास से वंचित रखने का प्रयास किया गया था जो मेरे कार्यकाल में इसपर ज्यादा जोर दे कर हमने जनता के साथ मिलकर जनोपयोगी कार्य कर विकास की एक नई मिशाल पेश किए है और उसी दिशा में हमने आदिवासी, पिछड़ों, अतिपिछड़ों, और दलितों, शोषितों, वंचितों, के साथ साथ आर्थिक रूप से कमजोर युवाओं के शिक्षा के स्तर को उठाने का प्रयास किया था।
जिन्हे वर्तमान सरकारी तंत्र में विभागीय उदासीनता एवम विश्व विद्यालय प्रबंधन कमिटी और ताकतवर लोगो के प्रभावशाली प्रयासों से गलत जांच रिपोर्ट बना कर इस क्षेत्र के लोगो के मनोबल गिराना और उन्हें रोजगार से वंचित करने के लिए कुंठित मानसिकता के साजिश कर जिन विषयो को इंगित कर निर्माण बाधित करने की बात हो रही है वो सरासर निराधार है जिसे जांच कमिटी को पहले स्थानीय जनप्रतिनिधि ग्राम पंचायत, जिला पंचायत से सलाह मशविरा लेना चाहिए था लेकिन उनकी मंशा यहां के लोगो को दिग्भ्रमित कर क्षेत्र के बढ़ते विकास को रोकने के लिए कभी जमीन पर पत्थर और पहाड़नुमा बातो में फंसा कार्य अवरुद्ध करना चाहती है तो कभी क्षेत्र की आबादी और उससे जुड़े अन्य विषयो को लेकर दिग्भ्रमित कर रही है।
लेकिन याद रहे आप ग्रामीण जनता की आवाज को रामचंद्र सहिस दबने नही देगा और जरूरत पड़ी तो इसके लिए लंबी लड़ाई और उग्र आंदोलन करना पड़े तो करेंगे लेकिन इस क्षेत्र के युवा नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने नही दूंगा, आज कालेज नही रहने के कारण बहुत से नौजवान पढ़ने की इच्छा रखते है लेकिन आर्थिक और मानसिक परेसानियो के वजह से कालेज में दाखिला नहीं ले पाते है वैसे लोगो के लिए रामचंद्र सहिस आपके बीच खड़ा है और आपके हर बढ़ते कदम में कदम से कदम मिलाकर संघर्ष करने को तैयार है।
बैठक में मुख्य रूप से जिला परिषद प्रतिनिधि मानिक चंद्र महतो,आदित्य महतो, स्वर्धन हांसदा, बनमाली बनर्जी, नरेश सिंह, लक्षुमन सिंह, मेनका किस्कू, देवजनी दास, सुचित्रा सिंह, गणेश महतो, मनबोध सिंह, चित्ररंजन महतो, मदन मुर्मू, छुटुलाल सहीस, मृत्युंजय सिंह, छुटूलाल सिंह, प्रकाश गोप, लक्ष्मण रूईदास, समर गोप, बासुदेव महतो, आदित्य महतो, निर्मल सिंह, माधव महतो, बुद्धेश्वर महतो।