हजारीबाग : NTPC के वरीय पदाधिकारी कुमार गौरव हत्याकांड के बाद से कोयला का एक भी रैक बाहर नहीं भेजा गया है. मिली जानकारी के अनुसार बानादाग कोल स्लाइडिंग में भी कर्मी और पदाधिकारी नहीं दिख रहे हैं. इस हत्याकांड के बाद से एनटीपीसी में काम करने वाले लोगों में दहशत का माहौल है. वारदात के बाद से पूरे परिसर के साथ-साथ कोल साइडिंग में सन्नाटा पसरा है. साथ ही बानादाग कोल्ड साइडिंग पूरी तरह से बंद है. वहीं पुलिस द्वारा बानादाग आने जाने वाले लोगों पर विशेष रूप से नजर रखी जा रही है।
बता दें कि हजारीबाग से लगभग प्रत्येक दिन 15 रैक कोयले का ट्रांसपोर्टेशन होता है. जो देश के विभिन्न ऊर्जा संयंत्र तक पहुंचता है लेकिन अब ये डिस्पैच बंद है. क्योंकि कोल साइडिंग बंद होने के बाद कोयला का उठाव और परिवहन पूरी तरह से बंद है. NTPC केरेडारी में कार्यरत डीजीएम डिस्पैच कुमार गौरव की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या के बाद केरेडारी चट्टी बरियातू, पकरी बरवाडीह सहित डिस्पैच ट्रांसपोर्टेशन का कार्य 24 घंटे से बंद है. हजारीबाग से प्रत्येक दिन 15 रैक कोयला डिस्पैच किया जाता है. घटना के बाद एक भी अधिकारी माइंस क्षेत्र में नहीं दिखे. इसके अलावा NTPC ऑफिस सहित माइंस एरिया में सन्नाटा पसरा रहा।
24 घंटे बीत जाने के बाद भी पुलिस के हाथ अब तक कुछ ठोस सबूत नहीं लगे हैं, दूसरी ओर इस घटना के बाद NTPC के पदाधिकारी में दहशत का माहौल है. कोई भी पदाधिकारी फील्ड में काम करने से जाने से कतरा रहे हैं. आम दिनों में कोल साइडिंग क्षेत्र में पदाधिकारी का आना-जानने का सिलसिला देखने को मिलता था. लेकिन शनिवार को घटना के बाद से ही अधिकारी क्षेत्र में नहीं जा रहे हैं. पदाधिकारी की मानें तो हजारीबाग आने-जाने के दौरान अब तक ऐसी कई घटनाएं घट चुकी हैं. कई अधिकारी अपराधियों का शिकार हो चुके हैं. इसके बावजूद सुरक्षा का इंतजाम नहीं होने के कारण भय का वातावरण है. सम्बंधित माइनिंग अधिकारी से मिली जानकारी के अनुसार शनिवार की घटना के बाद पदाधिकारियों में काफी दहशत का माहौल है और शनिवार से ही NTPC से कोयले का डिस्पैच बंद है।
