दुमका : दुमका सेंट्रल जेल में गुरुवार की दोपहर एक हृदयविदारक घटना सामने आई। अपनी 14 वर्षीय भतीजी के साथ दुष्कर्म करने और फिर उसकी हत्या करने के आरोप में जेल में बंद पवन राय ने बाथरूम में गमछे के सहारे फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। जेल के अन्य बंदियों ने जब उसे फंदे से लटका देखा, तो तुरंत उसे नीचे उतारा। आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इस घटना से जेल प्रशासन और मृतक के परिवार में शोक की लहर दौड़ गई है।
जघन्य अपराध के बाद सलाखों के पीछे……
जानकारी के अनुसार, मसलिया थाना क्षेत्र के एक गांव के रहने वाले पवन राय ने 16 अप्रैल की शाम को एक घिनौना अपराध किया था। उसकी 14 वर्षीय भतीजी खेत में शौच के लिए गई थी, तभी पवन ने उसके साथ दुष्कर्म किया और फिर उसकी निर्मम हत्या कर दी। अगले दिन पुलिस ने बच्ची का शव बरामद किया था, जिससे पूरे इलाके में सनसनी फैल गई थी। पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए 10 दिन के भीतर, यानी 27 अप्रैल को आरोपी पवन राय को गिरफ्तार कर लिया और उसे दुमका सेंट्रल जेल भेज दिया गया था।
खाना-पीना छोड़ने के बाद मौत को गले लगाया……
बताया जा रहा है कि जेल में आने के बाद से ही पवन राय मानसिक रूप से परेशान था और उसने 28 अप्रैल से खाना-पीना छोड़ दिया था। जेल अधीक्षक द्वारा समझाने के बाद उसने 30 अप्रैल को भोजन करना शुरू किया था, जिससे लगा था कि शायद अब वह सामान्य हो जाएगा। लेकिन, एक मई की दोपहर को जब वह नहाने के लिए जेल के बाथरूम में गया, तो उसने गमछे के सहारे फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। उसे लटका हुआ देखकर अन्य कैदियों ने तुरंत उसे नीचे उतारा और जेल के अस्पताल में भर्ती कराया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। इसके बाद पवन के शव को पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल कॉलेज अस्पताल ले जाया गया, जहां ईसीजी के बाद डॉक्टरों ने उसकी मौत की पुष्टि कर दी।
जेल अधीक्षक ने शुरू की जांच……
केंद्रीय जेल के अधीक्षक कुमार चंद्रशेखर ने इस दुखद घटना की जानकारी देते हुए बताया कि बंदी पवन राय को जीवित हालत में फांसी के फंदे से उतारा गया था, लेकिन अस्पताल ले जाते समय उसकी मौत हो गई। उन्होंने यह भी कहा कि पवन राय ने जेल में फांसी क्यों लगाई, इसकी गहन जांच की जा रही है। पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या उसने किसी दबाव में यह कदम उठाया या यह उसकी अपनी मर्जी थी. बताया जाता है कि यह घटना न केवल एक जघन्य अपराध के आरोपी की आत्महत्या है, बल्कि यह जेल के अंदर बंद कैदियों की मानसिक स्थिति और सुरक्षा व्यवस्था पर भी कई सवाल खड़े करती है। पुलिस अब इस मामले की विस्तृत जांच करेगी ताकि आत्महत्या के सही कारणों का पता चल सके।


















