धनबाद : धनबाद जिले के मधुबन थानांतर्गत बीसीसीएल की खरखरी कोलियरी के जंगल में आउटसोर्सिंग कंपनी हिलटॉप की चहारदीवारी निर्माण के विवाद ने गुरुवार को हिंसक रूप ले लिया. ठेका कार्य में वर्चस्व को लेकर दोपहर में दो पक्ष आमने-सामने हो गये. एक पक्ष में गिरिडीह के सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी के समर्थक थे, तो दूसरे पक्ष से झामुमो नेता कारू यादव के समर्थक मोर्चा संभाले हुए थे. दोनों ओर से अंधाधुंध फायरिंग और बम विस्फोट किये गये. एक पक्ष के बाबूडीह बस्ती निवासी सुभाष सिंह के पैर में गोली लगी, जबकि दोनों पक्षों के दो दर्जन से अधिक युवक गंभीर रूप से जख्मी हो गये. इस दौरान डेढ़ दर्जन से अधिक मोटरसाइकिलों में आग लगा दी गयी।
मौके पर तैनात मधुबन व धर्माबांध पुलिस भाग खड़ी हुई. बाद में बाघमारा अनुमंडल के दर्जनों थानों की पुलिस पहुंची. इधर, घटना के विरोध में झामुमो समर्थकों ने खरखरी स्थित गिरिडीह सांसद चंद्रप्रकाश चौधरी के आवासीय कार्यालय को तोड़फोड़ करते हुए आग के हवाले कर दिया. जिसके बाद बाघमारा एसडीपीओ पुरुषोत्तम कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस जेएमएम नेता कारू यादव के मार्केट खरखरी तालाब के पास पहुंच कर घटना को अंजाम देने वाले युवकों की तलाश शुरू की. इसी दौरान एक युवक की गिरफ्तारी व मार्केट में पुलिस की तलाशी की सूचना पर जेएमएम नेता कारू यादव भी वहां पहुंचे. पुलिस व कारू यादव के बीच कहासुनी के बाद हाथापाई शुरू हो गयी. पुलिस ने कारू यादव को हिरासत में ले कर वाहन में बैठाने का प्रयास किया. इस पर कारू के समर्थकों ने पथराव शुरू कर दिया।
पथराव में बाघमारा एसडीपीओ गंभीर रूप से जख्मी हो गये. उसके बाद पुलिस वहां से निकल गयी. इधर, कारू यादव भी पुलिस हिरासत से बच कर निकल गये. सूचना पाकर ग्रामीण एसपी कपिल चौधरी मधुबन थाना पहुंचे और मामले की जानकारी ली. खरखरी जंगल में हिंसक झड़प के बाद पुलिस ने घटनास्थल से एक जिंदा सुतली बम व गोली का खोखा बरामद किया।
पढ़िए क्या है पूरा मामला…
खरखरी जंगल में हिलटॉप कंपनी की चहारदीवारी निर्माण को लेकर दो पक्षों में पिछले एक माह से तनाव की स्थिति बनी हुई थी. एक पक्ष का नेतृत्व जेएमएम नेता कारू यादव तो दूसरे पक्ष का नेतृत्व गिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी कर रहे थे. आस-पास के धर्माबांध, बाबूडीह, देवघरा, बाभनडीहा, खरखरी, महेशपुर, नावागढ़, फुलारीटड़, सूर्याडीह आदि क्षेत्रों के ग्रामीण दोनों पक्षों में शामिल हैं।
कंपनी ने दोनों पक्षों को चहारदीवारी निर्माण का कार्य दिया था. खरखरी चानक के कोलडंप की चहारदीवारी निर्माण का कार्य खरखरी बस्ती के युवकों को दिया गया था, जबकि खरखरी जंगल की बाउंड्री निर्माण का कार्य जेएमएम समर्थक नावागढ़ के युवकों को दिया गया था. खरखरी जंगल की चहारदीवारी का निर्माण कार्य जेएमएम समर्थक नावागढ़ के युवकों को दिये जाने से स्थानीय युवकों में रोष था. निर्माण स्थल को निजी जमीन बताते हुए सांसद समर्थक इसका विरोध कर रहे थे।
दोनों पक्षों ने शक्ति प्रदर्शन के लिए पिछले दिनों वनभोज किया था. दो दिन पूर्व गिरिडीह सांसद चंद्र प्रकाश चौधरी ने रैयत व ग्रामीणों के समर्थन में गोविंदपुर जीएम से वार्ता कर स्थानीय लोगों को प्राथमिकता व रैयतों को मुआवजा देने की बात कह कर निर्माण कार्य बंद करने की हिदायत दी थी. उसके बाद बुधवार को ही दूसरे पक्ष ने निर्माण कार्य शुरू कर दिया, तो अन्य पक्ष के ग्रामीण गोलबंद हो गये. गुरुवार को भी निर्माण कार्य शुरू किया था, जिसे बंद करने पर विवाद बढ़ा. ग्रामीणों ने तीन जगहों से घेराबंदी कर हमला किया।