चांडिल: थाना क्षेत्र अंतर्गत पाटा डाउन टोल प्लाजा में गुरुवार शाम पारडीह काली मंदिर के महंत विद्यानंद सरस्वती और उनके समर्थकों के साथ दुर्व्यवहार मामले में महंत विद्यानंद सरस्वती ने चांडिल थाना में टोल प्लाजा में कार्यरत कर्मी के विरुद्ध नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई है। जबकि टोल प्रबंधन एनएचएआई के अधिकारी भी मामले को लेकर प्राथमिकी दर्ज कराने में जुटे हैं।
इस संबंध में जानकारी देते हुए चांडिल थाना प्रभारी अजीत कुमार ने बताया है कि महंत विद्यानंद सरस्वती ने टोल कर्मी के खिलाफ लिखित शिकायत की है। जिसमें मारपीट, बदतमीजी, पगड़ी उतारने संबंधित शिकायत के आधार पर केस दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि महंत विद्यानंद सरस्वती समर्थकों द्वारा मारपीट और तोड़फोड़ किए जाने की शिकायत भी टोल प्रबंधन एनएचएआई से प्राप्त हुई है। एनएचएआई के अधिकारी अनुराग चौहान विवाद में क्षतिग्रस्त हुए संपत्ति का आकलन कर रहे हैं जिसके बाद उनके द्वारा भी मामले की शिकायत की जाएगी।
जानिए क्या हुआ था गुरुवार की शाम टोल के पास….
गुरुवार शाम तकरीबन 5 बजे पारडीह काली मंदिर के महंत विद्यानंद सरस्वती अपने शिष्य इंदिरा नंद सरस्वती के साथ नए और बिना नंबर प्लेट सफेद रंग की मारुति ब्रेजा कार में सवार होकर साधु बाबा मठिया से वापस फदलुगोडा काली मंदिर जा रहे थे। इस बीच नए बिना नंबर प्लेट के कार को टोल कर्मियों द्वारा टोल वसूली के लिए रोका गया। जिसमें महंत इंदिरा नंद सरस्वती के साथ टोल कर्मियों की बहस शुरू हुई। जिसके बाद महंत इंदिरा नंद सरस्वती ने टोल कर्मियों पर मारपीट और दुर्व्यवहार का आरोप लगाया। घटना के बाद महंत के समर्थक बड़ी संख्या में पाटा डाउन टोल प्लाजा पहुंचे और जमकर विरोध किया। बाद में मामले की जानकारी चांडिल पुलिस और एसडीपीओ संजय सिंह को हुई। मौके पर पहुंचे एसडीपीओ ने उग्र समर्थकों को समझा-बुझाकर वापस भेजा था तब स्थिति नियंत्रण में हुई थीं।