रामगढ़ : सीसीएल कुजू क्षेत्र की करमा परियोजना की खुली खदान में अवैध माइनिंग किये जाने के दौरान शनिवार की सुबह चाल धंसने से चार लोगों की मौत हो गयी. हादसे में चार लोग घायल भी हुए हैं. घायलों का इलाज क्षेत्र के अलग-अलग अस्पतालों में चल रहा है. घटना के बाद ग्रामीणों ने करमा पीओ कार्यालय के समक्ष शव रख कर मुआवजा राशि की मांग को लेकर आंदोलन शुरू कर दिया. लोगों के आक्रोश को देखते हुए क्षेत्र में बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती कर दी गयी है.
बताया जा रहा है कि महुआटुंगरी से सटी करमा परियोजना की खुली खदान से अवैध रूप से कोयला निकालने के लिए दर्जन भर लोग सुबह लगभग चार बजे गये थे. जब लोग कोयला का अवैध खनन कर रहे थे, उसी समय अचानक चाल (मलबा) धंस गया. घटना में चार लोगों की मलबे में दबने से मौत हो गयी. वहीं, तीन लोग घायल हो गये. घायलों में इम्तियाज खान की पत्नी रोजिदा खातून (35), सरिता देवी (40) व अरुण मांझी (22) हैं. घटना की सूचना मिलने पर स्थानीय लोगों ने मलबे से तीन लोगों को बाहर निकाला और अस्पताल ले गये. लेकिन रास्ते में ही तीनों ने दम तोड़ दिया. मलबे में दबे एक व्यक्ति को जेसीबी व शॉवेल मशीन से बाहर निकाला गया।
मौके पर पुलिस इंस्पेक्टर रजत कुमार, कुजू ओपी प्रभारी आशुतोष कुमार सिंह, मांडू थाना प्रभारी सदानंद कुमार, अनि अख्तर अली, संजय हेंब्रोम, आशीष गौतम के अलावा विभिन्न राजनीतिक दल के नेता मौजूद थे. वहीं, मौके पर मौजूद ग्रामीणों व राजनीतिक दलों से जुड़े लोगों ने सीसीएल प्रबंधन और सुरक्षा विभाग पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है।
