रांची : झारखंड में अप्रैल के मध्य में मौसम का मिजाज एक बार फिर बदल गया है। सोमवार को तेज हवा और आंधी-तूफान के बाद मंगलवार को पूरे राज्य में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। बंगाल की खाड़ी में बने साइक्लोनिक सर्कुलेशन का प्रभाव झारखंड में साफ देखा जा रहा है, जिसके चलते मंगलवार दोपहर के बाद मौसम के बिगड़ने की संभावना जताई गई है।
मौसम विज्ञान केंद्र की चेतावनी : हल्के में न लें खतरे को
रांची स्थित मौसम विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक अभिषेक आनंद के अनुसार, आज पूरे राज्य में आंधी, तूफान और वज्रपात की आशंका है। खासकर दोपहर 3 बजे के बाद मौसम अचानक बदल सकता है। हवा की रफ्तार 40 से 50 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है, जिससे जनजीवन प्रभावित होने की संभावना है।
‘लोगों को मौसम विभाग की चेतावनी को गंभीरता से लेना चाहिए। जैसे ही तेज हवा या आकाशीय बिजली की स्थिति बनती है, तुरंत सुरक्षित स्थान पर चले जाएं।’
वज्रपात का खतरा बढ़ा, बिहार में मौतें
बिहार में वज्रपात के कारण कई लोगों की जान जाने की खबर के बाद झारखंड में भी वज्रपात की गहरी आशंका जताई गई है। मौसम विभाग ने साफ किया है कि यह सिर्फ सामान्य चेतावनी नहीं, बल्कि एक संभावित आपदा पूर्व चेतावनी है।
दो घंटे में पांच अलर्ट जारी
बीते 24 घंटे में मौसम विभाग ने महज दो घंटे (2 से 4 बजे के बीच) में पांच अलर्ट जारी किए — जिनमें से दो ऑरेंज और तीन येलो अलर्ट थे। जिन जिलों को विशेष रूप से सतर्क रहने की हिदायत दी गई, उनमें शामिल हैं…
- रांची
- लोहरदगा
- खूंटी
- बोकारो
- पूर्वी सिंहभूम
- पश्चिमी सिंहभूम
- सरायकेला-खरसावां
अधिकतम तापमान में गिरावट से राहत
मौसम में आए बदलाव के कारण राज्यभर में अधिकतम तापमान में 4 से 5 डिग्री की गिरावट दर्ज की गई है। पहले जहां पारा 40 डिग्री सेल्सियस पार कर रहा था, अब यह 33 से 35 डिग्री के आसपास है। इससे लोगों को गर्मी से अस्थायी राहत जरूर मिली है।
संभावित तापमान का जिलेवार विवरण
जिला : अधिकतम तापमान (°C) : न्यूनतम तापमान (°C)
- देवघर, धनबाद, दुमका, गिरिडीह, गोड्डा, जामताड़ा, पाकुड़, साहिबगंज : 32 : 22
- कोडरमा, चतरा, गढ़वा, लातेहार, लोहरदगा, पलामू : 34 : 23
- बोकारो, रामगढ़, हजारीबाग, रांची, खूंटी, गुमला : 34 : 21
- पूर्वी सिंहभूम, पश्चिमी सिंहभूम, सरायकेला-खरसावां, सिमडेगा : 36 : 23
सुरक्षा के लिए जरूरी निर्देश
- बिजली चमकने या गरजने पर खुले मैदान, पेड़ या ऊंची इमारतों से दूर रहें।
- किसी भी स्थिति में मोबाइल का प्रयोग न करें, जब बिजली चमक रही हो।
- खेतों या खुले स्थानों में कार्य कर रहे लोग तुरंत सुरक्षित स्थान पर जाएं।
नोट : मौसम अपडेट के लिए सरकारी या प्रामाणिक स्रोतों से ही जानकारी प्राप्त करें।