जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिले के घाटशिला और जमशेदपुर के गोविंदपुर में मंगलवार को छापेमारी कर पुलिस ने नौकरी के नाम पर बंधक बनाए गए 355 युवकों को मुक्त कराया। गोविंदपुर के भोला बगान से मंगलवार रात 200 से ज्यादा, जबकि घाटशिला के दाहीगोड़ा से 155 युवाओं को मुक्त कराया गया। यह कार्रवाई तब की गई, जब एसएसपी को सूचना मिली कि दोनों जगहों पर युवाओं को बंधक बनाकर काम कराया जा रहा है।
पहले घाटशिला फिर गोविंदपुर में कार्रवाई की गई। युवकों से तीन-चार माह से बिना वेतन काम कराया जा रहा था। नौकरी देने के नाम पर उनसे हजारों रुपये भी लिए गए थे। पुलिस सूत्रों के अनुसार, गोविंदपुर में युवाओं को रिया इंटरप्राइजेज रॉयल हेल्थ केयर नामक कंपनी के कार्यालय के एक कमरे में बंद कर रखा गया था। उन्हें काम कराने के बाद सैलरी भी नहीं दी जाती थी। इतना ही नहीं, उनका मोबाइल भी छीन लिया गया था, ताकि वे किसी बाहरी व्यक्ति से संपर्क न कर सकें। कंपनी लंबे समय से युवाओं को नौकरी का झांसा देकर फंसाती थी। पहले आकर्षक पैकेज की पेशकश की जाती थी और फिर युवाओं से जबरन काम कराकर सैलरी नहीं दी जाती थी। कई बार विरोध करने वालों के साथ मारपीट की जाती थी। मुक्त कराए गए युवाओं के बयान दर्ज किए जा रहे हैं।
पूरे मामले की जांच डीएसपी सिटी सुधीर चौधरी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि जांच में सामने आने वाले तथ्यों के आधार पर कंपनी संचालकों और जिम्मेदार लोगों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है कि कुछ साल पहले भी इसी तरह का मामला सामने आया था, जब ग्लेज इंडिया नामक कंपनी ने युवाओं को नौकरी देने का लालच देकर ठगी की थी। पुलिस को आशंका है कि इस बार भी रॉयल हेल्थ केयर नाम की आड़ में इसी तरह का गिरोह सक्रिय है।
छापामारी का भनक लगते ही संचालक फरार…..
दाहीगोड़ा में कार्यालय प्रभारी मोहन यादव को हिरासत में लिया गया। साथ ही कार्यालय में रखे सामान को जब्त कर कार्यालय सील कर दिया गया। टीम संचालक सुनील यादव को पकड़ने पांच पांडव स्थित उसके घर पर गई, पर भनक लगते ही सुनील सिंह फरार हो गया। पुलिस रिया कंपनी में संलिप्त दो लोगों सह गोबिंदपुर निवासी नीतीश कुमार एवं बिहार के बैशाली जिला के शिवम कुमार को गिरफ्तार कर थाना ले गई है। पुलिस ने मकान से 120 युवक एवं 35 युवतियों को बरामद किया। सभी को पड़ोसी राज्यों के गांवों से सरकारी नौकरी का प्रोभलन देकर लाया गया था। सभी को सुरक्षा में एक आवास में रख दिया।
फोन के द्वारा फंसाया गया……
महाराष्ट्र के कमलेश, पोषण निषाद, छत्तीसगढ़ एवं बिहार के कई युवकों ने बताया कि उन्हें फोन के जरिए संपर्क कर बताया गया था कि सरकारी नौकरी दी जाएगी। इसके लिए 25 हजार जमा करने होंगे। मासिक सैलरी के रूप में प्रति माह 20 से 25 हजार मानदेय मिलेगा, खाने एवं रहने की सुविधा भी है। करीब तीन से चार माह हो गए। एक रुपये भी नहीं मिले।