जमशेदपुर। झारखंड में अपराध और भय का माहौल लगातार गहराता जा रहा है। हाल के दिनों में राज्य के नेताओं पर जानलेवा हमलों और धमकियों की घटनाएं चिंता बढ़ा रही हैं। कभी झारखंड के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ. इरफान अंसारी को फोन पर 24 घंटे के भीतर जान से मारने की धमकी दी जाती है, तो कभी जमशेदपुर में झामुमो के विधायक प्रतिनिधि पर दिनदहाड़े गोली चलायी जाती है। ऐसे में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि आम जनता आखिर कितनी सुरक्षित है।
बता दें कि झारखंड के जामताड़ा विधायक डॉ. इरफान अंसारी को बीते दिनों किसी अज्ञात व्यक्ति ने फोन कर 24 घंटे के भीतर हत्या की धमकी दी थी। इस कॉल के बाद उनके समर्थकों और कार्यकर्ताओं में आक्रोश फैल गया। विधायक ने इस संबंध में तुरंत पुलिस प्रशासन को सूचना दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और धमकी देने वाले की पहचान के लिए तकनीकी टीम को लगाया गया है। डॉ. अंसारी ने कहा कि उन्हें डराने की कोशिश की जा रही है लेकिन वे जनसेवा से पीछे नहीं हटेंगे।
वहीं दूसरी ओर, जमशेदपुर के भीड़भाड़ वाले बिष्टुपुर इलाके में झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायक प्रतिनिधि पर अपराधियों ने गोली चला दी। घटना उस समय घटी जब विधायक प्रतिनिधि खाओ गली के पास खड़े थे। गोली जबड़ा में लगा और उन्हें तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया। उसकी स्थिति गंभीर बताई जा रही है। इस घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है और सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, हमलावर बाइक से आए थे और गोली चलाकर फरार हो गए।
राज्य में नेताओं के खिलाफ इस तरह की धमकियां और हमले न सिर्फ कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहे हैं बल्कि आम जनता के मन में भी भय पैदा कर रहे हैं। अगर चुने हुए जनप्रतिनिधि और वरिष्ठ नेता ही सुरक्षित नहीं हैं, तो आम नागरिकों की सुरक्षा का क्या होगा? स्थानीय लोगों का कहना है कि प्रशासन को अपराध नियंत्रण के लिए ठोस और कड़े कदम उठाने होंगे, ताकि जनता के दिलों से डर का माहौल खत्म हो सके।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इन मामलों को गंभीरता से लिया जा रहा है। धमकी देने वालों और गोली चलाने वालों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। फिलहाल पूरे राज्य में सुरक्षा एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है।
