जमदगोड़ा : जादूगोड़ा स्थित केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) कैंप मूसलाधार बारिश और स्वर्णरेखा नदी के उफान की चपेट में आ गया है. नदी का जलस्तर अचानक बढ़ने से कैंप परिसर में पानी भर गया, जिससे जवानों द्वारा विकसित किया गया मधुमक्खी पालन क्षेत्र पूरी तरह बर्बाद हो गया है।
बताया गया कि मधुमक्खी पालन का यह क्षेत्र आत्मनिर्भरता और जैविक गतिविधियों को बढ़ावा देने की दिशा में एक सराहनीय पहल थी. जवानों ने कड़ी मेहनत से इस क्षेत्र को विकसित किया था, लेकिन लगातार हो रही बारिश ने इन प्रयासों पर पानी फेर दिया. अब पूरा क्षेत्र जलमग्न है और लाखों की क्षति की आशंका जताई जा रही है।

कैंप के वरिष्ठ अधिकारियों ने स्थिति को बेहद चिंताजनक बताया है. उनका कहना है कि जलस्तर लगातार बढ़ रहा है और कैंप के भीतर की स्थिति गंभीर होती जा रही है. जवानों को भीषण चुनौती का सामना करना पड़ रहा है।
इधर स्थानीय प्रशासन और सीआरपीएफ मिलकर राहत और बचाव कार्यों में जुटे हुए हैं. लेकिन लगातार हो रही बारिश और नदी के जलस्तर में हो रही वृद्धि ने स्थिति को और जटिल बना दिया है. यह घटना न केवल पर्यावरणीय दृष्टिकोण से नुकसानदायक है, बल्कि जवानों की आजीविका पर भी असर डाल रही है।

स्थिति पर नजर रखते हुए प्रशासन ने आवश्यक कदम उठाने का भरोसा दिलाया है. वहीं, क्षेत्रवासियों ने भी सरकार से स्थायी समाधान की मांग की है ताकि भविष्य में इस तरह की प्राकृतिक आपदाओं से संरचनाओं की रक्षा हो सके।
