JAMSHEDPUR : रतन टाटा को कौन नहीं जानता। एक ऐसी शख्सियत जिन्हें लोग न सिर्फ एक बिजनेसमैन बल्कि एक शानदार और दयालु व्यक्ति के रूप में भी देखते हैं। वैसे तो रतन टाटा लाइमलाइट से दूर ही रहते हैं लेकिन जब भी वे कैमरे के सामने आते हैं, आपने उनके साथ एक लड़का तो जरूर देखा होगा। इस लड़के का नाम है शांतनु नायडू। शांतनु रतन टाटा के पर्सनल असिस्टेंट हैं। आज शिक्षक दिवस के मौके पर चलिये बात करते हैं रतन टाटा को अपना गुरू मानने वाले शांतनु के बारे में और इस गुरु शिष्य की जोड़ी के बारे में…
आखिर कौन है शांतनु नायडू?
शांतनु नायडू को रतन टाटा के बर्थडे सेलिब्रेशन में भी देखा गया था। लगभग हर फोटो में वे रतन टाटा के बगल में खड़े दिखते हैं। कभी उनके पास बैठे तो कभी उनके कंधे पर हाथ डाले नजर आते हैं। ऐसे में आपके मन में भी अकसर ये सवाल उठता होगा कि रतन टाटा के साथ दोस्तों की तरह रहने वाला ये लड़का है कौन? तो बताते चलें कि शांतनु उनके पर्सनल असिस्टेंट हैं और कारोबार के साथ ही उनके निवेश का भी लेखा-जोखा रखते हैं।
बेटे की तरह मानते हैं ‘टाटा’
टाटा कंपनी में शांतनु का पद वैसे तो एक मैनेजर का है लेकिन रतन टाटा उन्हें अपने बेटे की तरह मानते हैं। शांतनु का टाटा के साथ बेहद लगाव है। 30 साल के शांतनु बिजनेसमैन होने के साथ-साथ सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर, लेखक और एक इंजीनियर भी हैं। उन्होंने अमेरिका के कॉर्नेल विश्वविद्यालय से एमबीए की पढ़ाई की है।
बुजुर्गों के लिए बनाया स्टार्टअप
टाटा के साथ सिर्फ शांतनु ही नहीं जुड़े हैं बल्कि इससे पहले उनकी 4 पीढ़ियां टाटा ग्रुप के साथ काम कर चुकी हैं। शांतनु टाटा ग्रुप में काम करने वाले अपने परिवार की पांचवीं पीढ़ी हैं। साल 2018 में वे अमेरिका से अपनी एमबीए की पढ़ाई करने के बाद भारत लौट आए और टाटा ट्रस्ट्स के साथ बतौर डिप्टी जनरल मैनेजर काम करने लगे। शांतनु नायडू का एक स्टार्टअप भी है, ‘गुडफेलोज’ नाम का। इस स्टार्टअप में रतन टाटा ने निवेश भी किया है।
क्या है ‘गुडफेलोज’?
शांतनु के इस स्टार्टअप की बात की जाए तो ये वरिष्ठ नागरिकों की सेवा के लिए बनाया गया है। रतन टाटा ने शांतनु के इस स्टार्टअप में निवेश भी किया है। हालांकि, ये निवेश कितना है इस बात की जानकारी नहीं है। इस स्टार्टअप के जरिये बुजुर्ग लोगों की सेवा का जिम्मा लिया जाता है और उन्हें बेहतर जिंदगी दी जाती है।