जमशेदपुर : आपके बताते चले की मंत्री पर हमले के बाद और उनकी मौत की खबर सामने आते ही कस्बे में तनाव व्याप्त हो गया. नाबा दास के समर्थकों ने “सुरक्षा चूक” पर सवाल उठाया. उनमें से कुछ ने दावा किया कि उन्हें निशाना बनाने की साजिश रची गई थी।

सनातन उत्सव समिति के संस्थापक चिंटू सिंह ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए हमले की निंदा की और इसकी जांच की मांग की है. उन्होंने कहा, की “मैं हमले की दुर्भाग्यपूर्ण घटना से स्तब्ध हूं. मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं और भगवान से प्रार्थना करता हूं कि इस दुख की घड़ी में भगवान उनके परिवार को दुख सहने की शक्ति दे और उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें।
CHINTU SINGH
आपके बता दें कि ओडिशा के स्वास्थ्य मंत्री नाबा किशोर दास का निधन हो गया है. उनको रविवार दोपहर करीब 1 बजे झारसुगुड़ा जिले के ब्रजराजनगर के पास गांधी चौक पर एक सहायक उप-निरीक्षक ने गोली मारी थी. वह एक कार्यक्रम में शामिल होने जा रहे थे, तभी उनके सीने में गोली मारा गया. पुलिस अधिकारी ने दो राउंड गोलियां चलाईं, जिसमें मंत्री गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल ले जाया गया. प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि बाद में उन्हें भुवनेश्वर ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
पुलिस अधिकारी गुप्तेश्वर भोई ने बताया कि सहायक पुलिस उपनिरीक्षक (एएसआई) गोपाल दास ने मंत्री पर गोली चलाई थी. मंत्री घायल हो गए और उन्हें अस्पताल ले जाया गया. गोपाल दास को उसी वक्त स्थानीय लोगों ने पकड़ लिया. आरोपी गोपाल को हिरासत में लेकर पुलिस पूछताछ कर रही है. प्रत्यक्षदर्शियों का दावा है कि जैसे ही वह अपने वाहन से बाहर निकले, उन्हें गोली मार दी गई. हमले के पीछे का मकसद अभी भी स्पष्ट नहीं हैं।





















