राँची : कृषि मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि राज्य सरकार किसानों के आर्थिक विकास के लिए तत्पर है। इस वर्ष हम लोगों की अपेक्षा थी कि किसानों के लिए अच्छा साल रहेगा लेकिन भारी बारिश के कारण फसल को नुकसान हुआ है। सरकार नुकसान का आंकलन कर रही है और जल्द से जल्द किसानों तक मदद पहुंचाई जाएगी । वे मंगलवार को बिरसा कृषि विश्वविद्यालय में आयोजित रबी फसल कर्मशाला के अवसर पर बोल रहीं थी । इस अवसर पर कृषि मंत्री ने कृषि से संबंधित जानकारी हेतु रबी कर्मशाला पुस्तक का विमोचन किया।

किसानों के जीवन में बदलाव की दिशा में प्रयास करें
मंत्री शिल्पी नेहा तिर्की ने कर्मशाला में उपस्थित सभी जिला कृषि पदाधिकारी एवं अन्य कृषि अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि आप किसानों के संपर्क में रहें । आप लोगों की सवेदनशीलता किसानों के साथ रहनी चाहिए । उन्होंने कहा कि आप प्रखंड कृषि पदाधिकारी , अंचलाधिकारी,पंचायत सचिव से संपर्क कर आने वाले खरीफ कर्मशाला में अपने जिलों के ऐसे 200 किसानों की सूची बना कर आयें जिसके जीवन में आपने बदलाव लाया हो। उन्होंने कहा कि सरकार की सवेदनाएँ किसानों के साथ है और राज्य सरकार की मंशा है कि वे राज्य के हर एक किसान तक अपनी पहुँच बनायें और इसमें आप सभी अधिकारियों की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। आपके स्टेकहोल्डर किसान हैं । किस तरह आप उन्हें ज़्यादा से ज़्यादा लाभ पहुंचा रहे हैं इस पर आत्ममंथन करें । उन्हें समय पर बीज उपलब्ध करायें । महत्वपूर्ण तकनीकी जानकारियां दें । कृषि मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार का केसीसी लोन का लक्ष्य 25 लाख के विरुद्ध सिर्फ 5 लाख तक ही हो पाया है । इसे बढ़ाने का प्रयास करें , किसानों को आवश्यकता के अनुसार ऋण दें ताकि वे अपनी जरूरतों को पूरा कर सकें।
कृषि का कैलेंडर तैयार कर काम करें : कृषि सचिव
कृषि सचिव अबू बकर सिद्दीकी ने कहा कि कर्मशाला का मुख्य उद्देश्य रबी फसल की खेती से जुड़ी अधिक से अधिक जानकारी उन तक पहुंचे ताकि उनकी पैदावार बढ़े और वे लाभान्वित हों ।रबी-खरीफ फसल का कैलेंडर पहले से तय हो। कृषि का एक कैलेंडर ऐक्टिव हो ताकि समय से किसानों को बीज मिले। किसानों के खेत की तैयारी समय पर हो रही हैं या नहीं इसका टाइमलाइन तैयार होना चाहिए । निदेशक गव्य ज़ीशान क़मर ने कहा कि इस बार वर्षा अधिक होने के कारण फसल को नुक़सान हुआ है पर इससे जो नमी है वो रबी की फसल के लिए फायदेमंद है । किसानों को तकनीकी रूप से जो जानकारी उपलब्ध कराना है वो इस कार्यशाला के माध्यम से सहायक होगा । किसानों को उन्नत किस्म के बीज के बारे में जानकारी दें। आधुनिक तकनीकों से उन्हे अवगत करायें और बीज ट्रीटमेंट के बारे में उन्हें तकनीकी जानकारी दें । मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन के बारे में जानकारी देने में इस तरह का कर्मशाला मिल का पत्थर साबित होगा । कीट प्रबंधन की जानकारी दें । किसानों की उत्पादकता को बढ़ाने में जिला कृषि पदाधिकारी सहायक होंगे । निबंधक सहयोग समितियां श्री शशि रंजन ने कहा कि फसल बीमा योजना से किसानों को किस तरह लाभान्वित किया जाए इस पर फोकस किया जा रहा है । किसान फसल बीमा योजना पर पूरा ध्यान दें । ताकि मौसम के कारण यदि फसल को नुकसान होता है तो उसकी भरपाई हो सके ।
निदेशक उद्यान माधवी मिश्रा ने कहा कि यह कर्मशाला आने वाले रबी फसल की खेती पर फोकस है । सरकार कृषि को लेकर गंभीर है । सभी योजनाओं को धरातल पर उतारने के लिए तत्पर हैं। इस वर्ष अधिक बारिश से फसल को हुए नुकसान का आंकलन किया जा रहा है। सरकार का लक्ष्य उत्पादन और उत्पादक दोनों को बढ़ाने के साथ साथ किसानों की आय बढ़ाने पर फोकस है। विशेष सचिव कृषि विभाग प्रदीप हजारी ने कहा कि सुखाड़ के लिए तो हम सभी प्रीपेयर रहते हैं लेकिन इस साल अधिक बारिश हुई है। और फसलों को नुकसान भी हुआ । अब इसे हम सबको उभरना है और किसानों को जानकारी देना है कि अभी रबी के फसल के लिए मौसम बहुत अच्छा है और इसमें अच्छे पैदावार की उम्मीद है। रबी की क्रॉप को नुकसान होने से बचाने के लिए क्या उपाय करें इसके लिए किसानों तक सभी जानकारी मुहैया कराने की दिशा में कदम उठायें जायें।
कुलपति बिरसा कृषि विश्वविद्यालय डॉ एससी दुबे ने कहा कि रबी फसल की खेती की जानकारी किसानों को देने में यह कर्मशाला बहुत उपयोगी साबित होगा । उन्होंने बताया कि कैसे अधिक बारिश होने के कारण किस प्रकार से फसलों को नुकसान हुआ है । धान जो ख़राब हो गया है उसे हटाएं और रबी की फसल को लायें और कैसे अधिक बारिश से जो नमी है वो रबी के लिए अच्छा है उसकी जानकारी दें । किसानों को क्वालिटी सीड दें और सीड ट्रीटमेंट की जानकारी अवश्य दें । मॉइस्चर को रबी की खेती में लाभ लें । रबी के फसल की खेती मॉइस्चर रहते करने की सलाह दें ।



