रांची : आजाद समाज पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष काशिफ रज़ा ने कहा कि ये घटना 6 जून की है जो नामकुम थाना क्षेत्र की है एक फैक्ट्री में तीनों लोग काम करते थे जब ये लोग खाना खाने के लिए निकले तब इनके साथ बुरी तरीके से मारपीट की गई और इनसे जय श्री राम का नारा लगाने को मजबूर किया गया और जब उन्होंने जय श्रीराम का नारा नहीं लगाया तो इन्हें मारा गया और मार के साजिश के तहत ये बात स्थापित की गई ये लोग गाय के चोरी करने वाले लोग है जब अगल बगल फैक्ट्री के लोग इनको बचाए तो लोगों ने कहा ये लोग गाय चोरी करने वाले लोग नहीं फैक्ट्री ने काम करने वाले लोग है जिसके इससे भी पहले भी देखा गया मोबलिचिंग को गाय चोरी का नाम दिया गया बकरी चोरी का नाम दिया गया ये एक साजिश है जो इस साजिश का शिकार ये तीन लोग हुए अगर मौके पर फैक्टी में काम करने लोग नहीं पहुंचते तो ये तीनों नौजवान हमारे बीच नहीं होत।
थाना में जब प्राथमिकी दर्ज कराई गई तो थाना अध्यक्ष के द्वारा मोबलिंचिंग की बात हटा दी गई और जय श्रीराम का नारा लगवाया गया था उसे भी हटा दिया गया। ये मुद्दा सिर्फ झारखंड का मुद्दा नहीं है ये पूरे देश का मुद्दा है मोबलिंचिंग कानून अभी तक क्यों नहीं पास हो पाया ये मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की नाकामी है झारखंड लिंचिस्तान बन चुका है देश में सबसे ज्यादा मोबलिंचिंग कहीं हो रहा है तो वो झारखंड में हो रहा है मेरा निवेदन है कि यहां की मौजूदा सरकार से यहां पर मोबलीचिंग कानून को लागू किया जाए जब तक मॉब लीचिंग का कानून लागू नहीं किया जाएगा ऐसे ही लोगों को मॉब लिंचिंग होता रहेगा मॉब लिंचिंग का कानून नहीं लाने से अपराधियों का मनोबल बढ़ता रहेगा जब मॉब लिंचिंग का नहीं लाया जाएगा तब झारखंड में मॉब लिंचिंग नहीं रुकेगा।