रांची : झारखंड में आदिवासी संगठनों ने सिरमटोली रैंप विवाद को लेकर झारखंड बंद का ऐलान किया है। गुमला में इसका असर देखने को मिल रहा है, जहां आदिवासी संगठन के लोग सड़कों पर उतरकर बंद को सफल बनाने की कोशिश कर रहे हैं।

शहर से करीब 10 किमी दूर टोटो में संगठन के लोगों ने गुमला व लोहरदगा मार्ग को जाम कर दिया है। बंद समर्थकों ने केओ कॉलेज के समीप बीच सड़क पर टायर जलाकर मार्ग को जाम किया है। इससे यातायात प्रभावित हुआ है और लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आदिवासी संगठन के युवा बाइक और स्कूटी से घूम-घूमकर शहर में खुली दुकानों को बंद कराते हुए नजर आ रहे हैं। वे लोगों से बंद का समर्थन करने की अपील कर रहे हैं।
सड़क पर उतरे लोग किसी तरह का हुड़दंग न करें, इस पर नजर रखने के लिए शहर के टावर चौक के पास पुलिस कर्मी तैनात हैं। पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। आदिवासी संगठन सिरमटोली रैंप को हटाने की मांग कर रहे हैं। उनका कहना है कि यह रैंप आदिवासियों की धार्मिक भावनाओं को आहत करता है। इसके अलावा वे पेसा कानून लागू करने, आदिवासियों की जमीन लूट रोकने और अन्य मुद्दों को लेकर भी आंदोलन कर रहे हैं।

झारखंड बंद के दौरान आदिवासी संगठनों ने सड़कों पर उतरकर अपना विरोध जताया है। गुमला-लोहरदगा मार्ग जाम करने और दुकानें बंद कराने की कोशिश की जा रही है। पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हैं ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। आदिवासी संगठनों की मांग है कि सिरमटोली रैंप को हटाया जाए और उनकी अन्य मांगों पर भी विचार किया जाए।
