रांची : झारखंड के 58 हजार पारा शिक्षकों (सहायक अध्यापकों) के मानदेय में जनवरी 2025 से चार फीसदी की बढ़ोतरी होगी। स्कूली शिक्षा व साक्षरता विभाग ने 2025, 2026 और 2027 तक बढ़ोतरी की राशि तय कर दी है।
मासिक मानदेय की गणना भी तय
इसमें 2027 में टेट पास पारा शिक्षकों को अधिकतम 27 हजार तक राशि मिलेगी, जबकि प्रशिक्षित पारा शिक्षकों को 20,160 रुपये मिलेंगे। अगर ये आकलन परीक्षा में सफल हो जाते हैं तो उन्हें 21,552 रुपये मिलेंगे। बता दें कि मानदेय में बढ़ोतरी जनवरी 2023 से ही होती आ रही है। चार फीसदी राशि बढ़ोतरी के साथ-साथ शिक्षा विभाग ने अगले तीन साल की मासिक मानदेय की गणना भी तय कर ली है। इसमें पूरे एक साल जनवरी से दिसंबर तक पारा शिक्षकों को कितना मानदेय मिलेगा इसका निर्धारण कर लिया गया है।
वर्तमान में जनवरी 2024 से छठी से 8वीं में पढ़ाने वाले टेट पास पारा शिक्षकों को 24,300 और पहली से 5वीं वाले टेट पास पारा शिक्षकों को 22,680 दिये जा रहे हैं। वहीं सिर्फ प्रशिक्षित (6-8) को 19,656, जबकि आकलन पास के बाद 21,008 रुपये दिये जा रहे हैं। इसके अलावा सिर्फ प्रशिक्षित (1-5) पारा शिक्षकों को 18,144 रुपये और आकलन परीक्षा पास करने वाले को 19,392 दिये जा रहे हैं।
अब कितना मानदेय मिलेगा
अब जनवरी 2025 से टेट पास पारा शिक्षक (6-8) को 25,200 रुपये और टेट पास पारा शिक्षक (1-5) को 23,530 रुपये दिये जाएंगे। वहीं, सिर्फ प्रशिक्षित (6-8) को 20,384 मिलेंगे। इसमें आकलन परीक्षा पास पारा शिक्षकों को 21,788 रुपये दिये जाएंगे। इसके अलावा सिर्फ प्रशिक्षित (1-5) पारा शिक्षक को 18,816 रुपये दिये जाएंगे, जबकि जो आकलन परीक्षा पास हैं, उन्हें 20,112 रुपये मिलेंगे। पारा शिक्षकों के मासिक मानदेय की गणना आकलन परीक्षा के परिणाम की तिथि 29 सितंबर 2023 के आधार पर की गई है।
बढ़ोतरी पर लगी थी रोक, नहीं हो सका भुगतान
पारा शिक्षकों के मानदेय में 2023 जनवरी से चार प्रतिशत की वृद्धि हो रही है। 2024 में भी बढ़ोतरी हुई, लेकिन अगस्त-सितंबर महीने में बढ़ोतरी को रोक दिया गया। चार फीसदी वार्षिक मानदेय वृद्धि निर्धारण करने में विभिन्न जिलों में तकनीकी समस्या हुई थी। इसमें कुछ जिलों में बढ़ोतरी के बाद मानदेय अलग-अलग हो गए थे। इस वजह से इसे रोका गया था। वहीं, करीब पांच हजार पारा शिक्षक ऐसे हैं जिन्हें 2023 और 2024 के चार-चार फीसदी मानदेय की वृद्धि का लाभ नहीं मिल सका है। नगर निगम क्षेत्रों के इन पारा शिक्षकों के लिए नियमावली में संशोधन हुआ, लेकिन झारखंड में चुनावों की वजह से अब तक न लागू हुआ और ही एरियर का भुगतान हुआ।