RANCHI: झारखंड के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के. रवि कुमार ने बुधवार को कहा कि कांग्रेस ने आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करते हुए विधानसभा चुनाव के लिए अपना घोषणापत्र जारी किया है और इस संबंध में एक रिपोर्ट निर्वाचन आयोग को सौंप दी गई है. कांग्रेस ने राज्य में पहले चरण के मतदान से एक दिन पहले मंगलवार को अपना घोषणापत्र जारी किया था जिसमें 250 यूनिट मुफ्त बिजली, जाति आधारित जनगणना कराने और एक साल के भीतर सभी रिक्त सरकारी पदों को भरने का वादा किया गया है।
भाजपा ने निर्वाचन आयोग में की थी शिकायत
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राज्य इकाई ने निर्वाचन आयोग में शिकायत दर्ज कराई थी जिसमें प्रचार का शोर थमने और मतदान शुरू होने के बीच की अवधि (साइलेंट पीरियड) के दौरान घोषणापत्र जारी करने के लिए कांग्रेस और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के खिलाफ कार्रवाई की मांग की गई थी. कुमार ने कहा, ‘हमने निर्वाचन आयोग को विस्तृत रिपोर्ट भेजी है. हमारी रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि घोषणापत्र जनप्रतिनिधित्व कानून का उल्लंघन करके जारी किया गया।
कांग्रेस का आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन से इनकार
कांग्रेस की राज्य इकाई ने हालांकि आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन से इनकार किया है. कांग्रेस प्रवक्ता राकेश सिन्हा ने कहा, ‘हमें नहीं लगता कि यह चुनाव नियमों का उल्लंघन है. हमने इसे अपने कार्यालय में जारी किया है. झामुमो के घोषणापत्र पर अधिकारी ने कहा, ‘हमने इस संबंध में रांची के जिला निर्वाचन अधिकारी से रिपोर्ट मांगी है. सत्तारूढ़ झामुमो ने सोमवार को अपना घोषणापत्र जारी किया था जिसमें राज्य सरकार की नौकरियों में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण का वादा किया गया है।