रांची : रिम्स निदेशक प्रो. डॉ शशि बाला सिंह ने शुक्रवार को संस्थान परिसर व सुपरस्पेशलिटी ब्लॉक का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मरीजों की सुविधा व सुचारु संचालन को लेकर कई महत्त्वपूर्ण निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान रजिस्ट्रेशन काउंटर पर भारी भीड़ को देखते हुए निदेशक ने पुरुष और महिला मरीजों के लिए अलग-अलग दो नए रजिस्ट्रेशन काउंटर बनाने के निर्देश दिए।
ओपीडी में व्यवस्था होगी दुरुस्त : उन्होंने ओपीडी काउंटर क्षेत्र में उचित रोशनी की व्यवस्था करने तथा खराब पंखों का शीघ्र मरम्मत कराने के निर्देश भी दिए। सुपरस्पेशलिटी ब्लॉक में स्थापित सभी वाटर कूलर खराब पाए गए, जिस पर निदेशक ने उन्हें मरम्मत कराने या फिर नए वाटर कूलर लगाने का आदेश दिया। ब्लॉक में भीड़ को नियंत्रित करने हेतु प्रत्येक मरीज के साथ केवल एक अटेंडेंट को अनुमति देने के निर्देश भी दिए गए हैं।
ट्रॉली और व्हीलचेयर की संख्या बढ़ाए : कॉर्डियोलॉजी विभाग में इमरजेंसी ट्रॉली व व्हीलचेयर की कमी को देखते हुए निदेशक ने संबंधित अधिकारियों को कम-से-कम 10 ट्रॉली व व्हीलचेयर हर समय उपलब्ध रखने के निर्देश दिए हैं। वहीं TMT जांच क्षेत्र में गर्मी की समस्या को ध्यान में रखते हुए उन्होंने शीघ्र एसी लगाने को कहा।
फिर से हेल्थ मैप में होगी जांच : आयुष्मान व बीपीएल मरीजों को MRI कराने में हो रही दिक्कत को देखते हुए निदेशक ने हेल्थ मैप सेंटर हेड के साथ बैठक की। इसमें यह निर्णय लिया गया कि अब रिम्स में आयुष्मान व बीपीएल मरीजों को हेल्थ मैप के माध्यम से नि:शुल्क MRI की सुविधा दी जाएगी। इसके लिए एक पंजी भी अपर चिकित्सा अधीक्षक कार्यालय में संरक्षित किया जाएगा, जिसके आधार पर हर माह हेल्थ मैप को भुगतान किया जाएगा।
मरीजों के लिए वाटर प्यूरिफायर : मरीजों के लिए पानी की बेहतर व्यवस्था के तहत ओपीडी परिसर में तीन वॉटर प्यूरिफायर-कम-कूलर लगाए जा चुके हैं और अगले सप्ताह तक 9 और लगाए जाएंगे। कुछ वॉटर प्यूरिफायर के साथ छेड़छाड़ और मोबाइल चार्जिंग के लिए उनके बिजली प्वाइंट के दुरुपयोग को देखते हुए सुरक्षात्मक आवरण (casing) लगाने का निर्णय लिया गया है। इसके साथ ही रिम्स में क्रय प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए AIIMS नई दिल्ली की तर्ज पर Technical Specification & Evaluation Committee गठित करने का फैसला हुआ है। साथ ही फाइल अनुमोदन प्रक्रिया को तेज और बाधारहित बनाने की दिशा में भी कदम उठाए जाएंगे।
ये रहे मौजूद
निरीक्षण के दौरान चिकित्सा अधीक्षक प्रो. (डॉ.) हिरेंद्र बिरुआ, अपर चिकित्सा अधीक्षक डॉ. शैलेश त्रिपाठी, संपदा पदाधिकारी प्रो डॉ शिव प्रिय और उपाधीक्षक 2 डॉ. राजीव रंजन भी मौजूद थे।

















