RANCHI : झारखंड पुलिस जो हर चेक नाको पर चौकन्नी नज़र आती है, जो हर वक्त बड़ी शिद्दत से अपनी ड्यूटी निभाती हुई नज़र आती है. वही झारखंड पुलिस जो लोगों को हेलमेट और सीटबेल्ट तथा गाड़ियों के कागजात सही रखने के लिए लोगों को हमेशा जागरूक करती है. वहीं झारखंड पुलिस जहाँ आपको फ़ोन लगाते ही “सेवा ही लक्ष्य” की आवाज़ सुनाई देती है. जी हाँ हम बताना चाह रहें कि झारखंड पुलिस की एक ऐसा कारनामें को जिसे जानकर आप भी चौक उठेंगे. कुछ पुलिसकर्मियों की वजह से झारखंड पुलिस की छवि जनता में धूमिल हो रहीं है।
घटना 25 जून 2023 की सुबह लगभग 11:30 बजे का बताया जा रहा है….जानिए पूरा मामला…
जब कन्हैया प्रसाद नामक ड्राईवर जो अपनी बोलेरो पिकउप लेकर रातू रोड चौक से गुज़र रहा था, उसी वक्त वहाँ मौजूद चेक नाके पर पुलिसकर्मियों ने उसे रोका और उससे लाइसेंस समेत गाड़ी के सभी कागज़ात दिखाने को कहा. उक्त ड्राइवर कन्हैया प्रसाद ने गाड़ी के सभी कागज़ात और लाइसेंस पुलिकर्मियों को दिखाए. सभी कागज़ात व लाइसेंस सही थे. इसके बाद पुलिसकर्मियों ने ड्राइवर कन्हैया से कहा कि सभी कागज़ात और लाइसेंस ठीक है पर तुम्हारी गाड़ी बहुत ही ज़्यादा स्पीड से आ रही थी. तुम्हें इसका 5000 का चालान भरना पड़ेगा. उक्त ड्राइवर कन्हैया ने पुकिसकर्मी को बताया कि रातू रोड में ओवर ब्रिज काम चालू है ऐसे में अपनी गाड़ी कैसे स्पीड चला सकता हूँ. गाड़ी सामान्य स्पीड में ही थी. इसके साथ ही ड्रावर कन्हैया ने 5000 का चालान देने में भी पुलिसवालों के सामने असमर्थता जताई और कहा कि सर इतनी राशि देना मेरे लिए अंसभव है. जिसके बाद पुकिसकर्मी ने चलान ना करते हुए उक्त ड्राइवर कन्हैया प्रसाद से से 500 रुपए घुस लेकर गाड़ी छोड़ दी।
वही ड्रावर कन्हैया प्रसाद के साथ इसी तरह की एक और घटना इस घटना के पूर्व में भी घट चूँकि हैं. जब कन्हैया 8 अप्रैल 2023 को अपनी बोलेरो पिकउप लेकर बिहार की राजधानी पटना पहुँचे थे. अपनी गाड़ी को उन्होंने पटना जंक्शन के थलवनडी स्थित रेलवे यार्ड पास सड़क से एकदम किनारे किनारे कर के खड़ा किया था. ड्राइवर कन्हैया ने जहाँ अपनी गाड़ी खड़ी की थी वहाँ कई और भी गाड़ियाँ खड़ी थी. कन्हैया की गाड़ी पर झारखण्ड का नम्बर है. पुलिसकर्मियों ने दूसरे राज्य की गाड़ी खड़ी देख वहाँ पहुँच गए एवं कन्हैया से गाड़ी के कागजात की मांग की, कन्हैया ने गाड़ी की सभी कागजात व लाइसेंस पुकिसकर्मी के सामने रख दी, सभी कागजात व लाइसेंस सही निकलने के बाद पुलिस वालों ने कन्हैया से चलान करने की बात कहीं, कन्हैया ने कहा कि आप खड़ी गाड़ी का कैसे चलान कर सकते है, पुलिसवालों ने कन्हैया की एक ना सुनी और उसकी गाड़ी का रोंग साइड ड्राइविंग का 5000 का चलान उसे सौंप दिया. बहरहाल कन्हैया द्वारा चलान नही भरा गया है और वह इन दोनों ही घटनाओं से वह डरा हुआ महसूस कर रहा है. कहा जाता हैं कि पुलिस की ड्यूटी एक थैंक लेस जॉब होती है मग़र कुछ पुलिस वाले पूरी पुलिस महकमे की इज़्ज़त डुबोने में ख़ुद को गौरवान्वित महसूस कर रहे हैं. अगर जनता के साथ प्रशासन का यह व्यहवार रहेगा तो जनता आखिकार किससे न्याय की उम्मीद रखें ??