“ओवल टेस्ट में शुभमन गिल के आउट देने के फैसले पर विवाद हो गया है, क्या है पूरा माजरा, क्या गिल के साथ हुई बेईमानी?”
क्रिकेट न्यूज : वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल में भारत की हालत खस्ता है। ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी 8 विकेट के नुकसान पर 270 बनाकर घोषित की और भारत को जीत के लिए 444 रनों का लक्ष्य दिया। यह लक्ष्य कितना बड़ा है, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि इस मैदान पर चौथी पारी में 263 रन से बड़ा लक्ष्य कभी चेज नहीं किया जा सका।
444 रन जैसे विशाल लक्ष्य के आसपास पहुंचने के लिए भारत को दमदार शुरुआत की दरकार थी। कप्तान रोहित शर्मा और शुभमन गिल की सलामी जोड़ी ने मंशा भी दिखाई। ऐसा लग रहा था कि दोनों वनडे मैच में बल्लेबाजी कर रहे हैं। दोनों ने सात ओवर में 41 रन की साझेदारी कर ली।
कंगारू कप्तान पैट कमिंस ने इस जोड़ी को तोड़ने के लिए स्कॉट बोलैंड को बुलाया। बोलैंड ने पहली गेंद गुड लेंग्थ पर पटकी। गिल डिफेंस करना चाह रहे थे, लेकिन गेंद बल्ले के बाहरी किनारे से लगकर गली में कैमरन ग्रीन के पास चली गई। ग्रीन ने बाई ओर डाइव लगाते हुए एक हाथ से कैच लिया।
लेकिन, कैमरा एंगल से साफ नहीं था कि ग्रीन ने कैच को सफाई से लपका है या नहीं। मामला तीसरे अंपायर तक पहुंचा और उन्होंने कई एंगल से इसकी जांच की। आखिर में तीसरे बड़ी स्क्रीन पर अपना फैसला दिया, आउट का। निराश गिल बुझे कदमों से पवीलियन लौट गए।
हालांकि, यह कैच फेयर था या नहीं, इस पर बहस तेज हो गई है। ग्रीन के कैच को थर्ड अंपायर ने कई बार रीप्ले में देखा। थर्ड अंपायर ने कहा कि ग्रीन की उंगली गेंद के नीचे थी। हालांकि, कैमरे के किसी एंगल में यह साफ नहीं दिख रहा था।
सोशल मीडिया पर कई क्रिकेट फैंस दावा कर रहे हैं कि रीप्ले में ऐसा लग रहा था कि ग्रीन जब जमीन पर गिरे, तो गेंद जमीन से लगी। उन्होंने उसे चालाकी से उठा लिया। अंपायर ने इसके बावजूद गिल को आउट दिया। भारतीय क्रिकेट फैंस ने सोशल मीडिया पर नाराजगी दिखा ही रहे हैं, ओवल में बैठे भारतीय दर्शक भी ‘चीटर-चीटर’ चिल्लाने लगे।
हालांकि, इस फैसले के बाद आए कुछ फोटोग्राफ में दिख रहे है कि ग्रीन की अंगुलियां गेंद के नीचे थी। लेकिन, ये फोटोग्राफ पीछे के एंगल से हैं, ऐसे में साफ नहीं है कि सामने वाले एंगल से क्या दिख रहा था।