फरीदकोट। 20 लाख रूपये घूस लेने के मामले में SP-DSP पर गिरफ्तारी की तलवार लटक गयी है। आरोप है कि एसपी-डीएसपी ने IG को पैसे देने के नाम पर ये घूस ली थी। 2019 में जिले के गांव कोटसुखिया में डेरा बाबा हरका दास के मुखी संत बाबा दयाल सिंह की हत्या मामले में शिकायतकर्ता बाबा गगन दास से एसपी गगनेश कुमार, डीएसपी सुशील कुमार व एसआई खेम चंद पराशर ने घूस ली थी। इस मामले में पूर्व में एसपी गगनेश कुमार व डीएसपी सुशील कुमार से विजिलेंस टीम ने पूछताछ की थी।
उस दौरान सब इंस्पेक्टर खेमचंद पराशर विजिलेंस के हाथ नहीं लगा था। इधर मामले की गंभीरता देखते हुए एफआईआर के बाद एसपी व डीएसपी का तबादला कर दिया गया है।माना जा रहा है कि जल्द ही इस मामले में एफआईआर दर्ज होगा। केस दर्ज होने के पश्चात एसपी गगनेश कुमार व डीएसपी सुशील कुमार की गिरफ्तारी हो सकती है। एसआई खेमचंद अभी फरार बताया जा रहा है।
आपको बता दें कि 7 नवंबर 2019 को फरीदकोट के गांव कोटसुखिया स्थित डेरा बाबा हरका दास के मुखी संत बाबा दयाल दास की गोली मारकर हत्या की गई थी। इस केस में उनके शिष्य बाबा गगन दास के बयान पर संत जरनैल दास सहित अन्य लोगों पर मामला दर्ज हुआ था। मामले में नामजद संत जरनैल सिंह को बेगुनाह करार दे दिया गया था। बाद में शिकायतकर्ता गगन दास ने फरीदकोट की अदालत में इसके खिलाफ याचिका दी तो अदालत ने जरनैल सिंह को सम्मन जारी कर लिया। इस मामले में एक बार फिर से जांच के लिए IG ने फरीदकोट के एसपी गगनेश कुमार, डीएसपी फरीदकोट सुशील कुमार समेत मोगा के डीएसपी व अपने दफ्तर में तैनात एसआई खेम चंद पराशर पर आधारित SITबना दी।
जांच के दौरान उक्त तीनों पुलिस अधिकारियों द्वारा आरोपित जरनैल सिंह को गिरफ्तार करवाने के लिए आइजी के नाम पर 50 लाख रूपये की मांग की गई और सौदा 35 लाख में तय हुआ। जिसमें से 20 लाख तीनों पुलिस अधिकारियों ने उससे ले भी लिए। इस मामले में गत् दिवस पुलिस द्वारा उक्त तीनों पुलिस अधिकारियों के अतिरिक्त जसविंदर सिंह व संत मलकीत सिंह के खिलाफ मामला दर्ज किया गया। आरोपित एसआई खेम चंद पराशर के खिलाफ पहले भी दुबई से आए व्यक्तियों का लगभग दो करोड़ का सोना खुर्दबुर्द करने का मामला दर्ज हो चुका है। इस मामले में उसे डिसमिस भी कर दिया गया था।