अलीगढ़। 93.60 प्रतिशत नंबर 10वीं बोर्ड में लाने वाले छात्र की आत्महत्या मामले में चौकाने वाले खुलासे हुए हैं। परिजन और पुलिस जिस सुसाइड को ये मानकर चल रहे थे कि नंबर की वजह से छात्र ने जान दी है, दरअसल इसकी वजह दूसरे धर्म की एक लड़की थी। मामले में नया मोड़ आने के बाद पुलिस जांच में जुटी है। दरअसल अलीगढ़ में कुछ दिनों पहले स्कूल के 16 साल के छात्र ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दी थी।
छात्र का नाम दक्ष राठौर है। पढ़ने में काफी होनहार दक्ष को 10वीं बोर्ड में 93.6 प्रतिशत नंबर आए थे। जिस वक्त उसने फांसी लगाई घऱ में कोई नहीं था। उसका छोटा भाई स्कूल ट्रीप पर गया हुआ था औऱ माता-पिता घऱ से बाहर मसूरी थे। उसने सुसाइड से रहले रात 11 बजे अपने मात-पिता से बात की थी। घटना के पास से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ था। जिसमें उसने लिखा था कि “आई एम सॉरी पापा-मम्मी, मैंने आपको निराश किया।
इस सुसाइड में परिजन यही मानकर चल रहे थे कि मामला रिजल्ट से खुश नहीं होने का होगा, लेकिन अब इस मामले में आये नये मोड़ ने हर किसी को चौका दिया है। दक्ष के पिता ने महुआ खेड़ा पुलिस से संपर्क कर एक लड़की के माता-पिता के खिलाफ आत्महत्या के लिए उकसाने की शिकायत दर्ज कराई है।
लड़की दक्ष की दोस्त थी और दूसरे धर्म की थी, जो दक्ष के साथ ही पढ़ती थी। लड़की के माता-पिता नहीं चाहते थे कि वह दक्ष से बातचीत करे। उन्होंने दक्ष को फोन कर अपनी बेटी से दूरी बनाने की बात कही थी। इसके अलावा लड़के के पास सऊदी अरब से किसी अज्ञात का फोन आता था। उसने दक्ष से लड़की से दूर रहने के लिए मजबूर किया था।लड़के की मौत के बाद से ही लड़की अस्पताल में भर्ती है।
बोर्ड परीक्षा में 94 फीसदी अंक लाने के बाद भी आत्महत्या को लेकर छात्र के पिता ने मीडिया को जानकारी दी थी कि उनका बेटा रिजल्ट से नाखुश था। बाद में उन्हें पता चला कि उनके बेटे की उसी की कक्षा में एक लड़की से दोस्ती थी और वे स्कूल के बाहर मिलते थे। लड़की के पिता ने अपने एफआईआर में कहा है कि लड़की का परिवार उसके बेटे पर उससे दूरी बनाए रखने के लिए दबाव डाल रहा ।