नई दिल्ली: लाखों छात्रों की परेशानी और देशभर में चल रहे व्यापक प्रदर्शन को देखते हुए केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। केंद्र सरकार ने नीट यूजी परीक्षा (NEET-UG Exam) में धांधली के आरोपों को बेहद गंभीरता से लिया है, जिसके बाद इस मामले की जांच सीबीआई (CBI) को सौंप दी गई है।
शिक्षा मंत्रालय ने यह जानकारी देते हुए एक बयान जारी किया है। शिक्षा मंत्रालय ने अपने बयान में कहा कि 5 मई 2024 को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने नीट-यूजी परीक्षा का आयोजन किया था। कथित अनियमितताओं के कुछ मामले सामने आए हैं। साथ ही अपने बयान में शिक्षा मंत्रालय ने कहा कि परीक्षा प्रक्रिया के संचालन में पारदर्शिता के मद्देनजर शिक्षा मंत्रालय ने यह निर्णय लिया है कि मामले की सीबीआई से जांच कराई जाए।
सरकार का ताबड़तोड़ एक्शन
इससे पहले, सरकार ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) के प्रमुख सुबोध कुमार सिंह को भी पद से हटा दिया। उनकी जगह पर प्रदीप सिंह खरोला को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की कमान सौंपी गई है। वहीं नीट-पीजी (NEET-PG) प्रवेश परीक्षा के लिए होने वाले एग्जाम को भी स्थगित कर दिया गया। नीट-यूजी परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद देश के कई हिस्सों में व्यापक विरोध प्रदर्शन हुए थे। 60 से ज्यादा अभ्यर्थियों ने टाॅप किया था। जब की इस परीक्षा बड़ी मुश्किल से नंबर मिलते हैं। केंद्र सरकार ने सार्वजनिक परीक्षा में पेपर लीक रोकने के लिए सार्वजनिक परीक्षा (अनुचित गलतियों की रोकथाम) अधिनियम, 2024 भी लागू किया है। सरकार का कहना है कि वह परीक्षाओं की तैयारी सुनिश्चित करने और छात्रों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है।
EOU ने सरकार को सौंपी रिपोर्ट
नीट पेपर लीक की जांच कर रही बिहार पुलिस की आर्थिक अपराध इकाई (EOU) ने केंद्र. सरकार को NEET पेपर लीक मामले से जुड़ी रिपोर्ट सौंप दी है। साथ ही जांच में मिले अबतक के सारे सबूत और गिरफ्तार आरोपियों के बयान भी EOU ने शिक्षा मंत्रालय को सौंपे हैं। ईओयू ने बिहार के बाद झारखंड में भी पेपर लीक जांच तेज कर दी है। देवघर से पेपरलीक के 6 आरोपी पकड़े गए हैं।