गया : बिहार में शराबबंदी कानून सख्ती से लागू है, लेकिन इसके बावजूद गयाजी जिले से हैरान करने वाली घटना सामने आई है। गयाजी के एसएसपी (वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक) कार्यालय परिसर से भारी मात्रा में शराब की बोतलें बरामद की गई हैं, जिससे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। जानकारी के अनुसार, एसएसपी ऑफिस कैंपस में छिपाकर रखी गई कुल 119 सील बंद शराब की बोतलें जब्त की गई हैं। इसका भंडाफोड़ तब हुआ, जब परिसर में सफाई अभियान चलाया जा रहा था। सफाई के दौरान छिपाकर रखी गई शराब की बोतलें एक ही स्थान से बरामद की गईं।
शराब की इतनी बड़ी खेप बरामद होने के बाद सवाल उठ रहे हैं कि आखिर पुलिस अधीक्षक के कार्यालय परिसर में यह शराब कैसे पहुंची और किसकी मिलीभगत से इसे यहां छिपाया गया था। सूत्रों के अनुसार, पुलिस ने तुरंत मौके पर जांच शुरू कर दी है और शराब रखने के पीछे की साजिश का पता लगाने के लिए सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं।
बिहार में शराबबंदी और पुलिस की भूमिका पर सवाल
गौरतलब है कि बिहार सरकार ने अप्रैल 2016 में राज्यभर में पूर्ण शराबबंदी लागू की थी। इसके तहत शराब का निर्माण, बिक्री, परिवहन और सेवन पूरी तरह से प्रतिबंधित है। इसके बावजूद, इस तरह की घटनाएं सरकारी तंत्र की कार्यप्रणाली और कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करती हैं।
एसएसपी कार्यालय जैसे उच्च सुरक्षा वाले क्षेत्र में शराब की बोतलों का मिलना न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि यह भी संकेत देता है कि कहीं न कहीं अंदरूनी लापरवाही या मिलीभगत हो सकती है।फिलहाल पुलिस ने जब्त शराब को सुरक्षित रख लिया है और इस मामले में संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। गयाजी में एसएसपी कार्यालय परिसर से शराब की बोतलों का मिलना न सिर्फ शराबबंदी कानून की धज्जियां उड़ाता है, बल्कि पुलिस महकमे की साख पर भी सवाल उठाता है। प्रशासन की अगली कार्रवाई और जांच रिपोर्ट पर सभी की नजरें टिकी हैं।
