राजकोट। राजकोट टीआरपी गेम जोन Rajkot TRP Game Zoneअग्निकांड में 12 बच्चों सहित 30 लोगों की मौत के मामले में राज्य सरकार के द्वारा बनाई गई एसआईटी ने जांच शुरू कर दी है। इसमें गुजरात भाजपा के नेताओं ने बड़ा ऐलान किया जिसमें उन्होंने कहा है कि भाजपा की पार्टी अगर 4 जून को लोकसभा चुनाव जीतती है तो उस दिन जश्न नहीं मनाएंगे। गेम जोन में कई अनियमितताएं सामने आईं हैं। इसी बीच, गुजरात से भाजपा राज्यसभा सांसद राम मोकारिया ने दावा किया कि उन्होंने राजकोट नगर निगम के दमकल विभाग से अनापत्ति प्रमाणपत्र (एनओसी) लेने के लिए 70 हजार रुपए की रिश्वत दी थी। गुरुवार को मीडिया बात करते हुए मोकारिया ने कहा कि राज्य में कोई भी अफसर बिना जेब गर्म किए काम नहीं करता है। मोकरिया ने कहा कि 5 साल पहले मैंने फायर एनओसी के लिए डिप्टी फायर ऑफिसर बी जे थेबा को 70 हजार की रिश्वत दी थी।
तब मैंने बिजनेसमैन था, लेकिन जैसे ही मैं सांसद बना तो डिप्टी फायर ऑफिसर लिफाफे में रकम रखकर वापस लौटा दी थी। अब थेबा कथित भूमिका के लिए उससे पूछताछ कर रही है तो आवाज उठाई है। राज्यसभा सांसद ने दावा किया ‘मैंने पांच साल पहले एक अग्नि अनापत्ति प्रमाण पत्र लेने के लिए थेबा को 70 हजार रुपये दिए थे।मुझे अब यह जानकारी मिली है कि गेम जोन अग्निकांड मामले में पुलिस थेबा से पूछताछ कर रही है। मैं समाज में फैले भ्रष्टाचार पर प्रकाश डालना चाहता हूं क्योंकि मैं इससे पहले भी दो-चार हो चुका हूं।’ मोकारिया ने इसके बाद यह भी कहा कि उनके राज्यसभा सांसद बनने के बाद अग्निशमन अधिकारी ने वो 70 हजार रुपए वापस लौटा दिए थे। भाजपा नेता ने आगे कहा कि हर कोई जानता है कि भ्रष्टाचार हर जगह फैला है। उन्होंने दावा किया कि राजकोट के अधिकारी बीते 10 वर्षों में भ्रष्टाचार में लिप्त हैं। बता दें कि टीआरपी गेम जोन में अग्निकांड के मामले में गुजरात सरकार ने सात अधिकारियों को निलंबित किया है।