राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे आ गए हैं। इस चुनाव में एनडीए की प्रत्याशी श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने जीत हासिल की है। श्रीमती द्रौपदी मुर्मू भारत की 15वी राष्ट्रपति के रूप में 25 जुलाई 2022 को शपथ ग्रहण करेगी। आजादी के 75 वर्ष के बाद यह पहली बार हुआ है जब कोई जनजातीय महिला देश के सर्वोच्च पद पर आसीन हो रही है। उक्त बातें चंदनकियारी विधायक सह पूर्व मंत्री एव भाजपा अनुसूचित जाति मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अमर कुमार बाउरी ने जीत का जश्न मनाने के दौरान कही।
उन्होने कहा कि ओडिसा, झारखंड सहित पूरे देश के लिए यह गर्व की बात है कि सुदूर गांव से निकल कर कोई आदिवासी महिला देश के सर्वोच्च पद पर आसीन हो रही है। उन्होंने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा सहित सभी देशवासियों को धन्यवाद दिया।उन्होंने कहा कि चंदनकियारी की पावन धरती पर माननीय नवनिर्वाचित राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू का आगमन दो बार हुआ है, जब वे झारखंड की राज्यपाल थी।
उन्होंने कहा कि बाबा भैरवनाथ के आशीर्वाद से आज श्रीमती द्रौपदी मुर्मू देश की पहली महिला बनी है। वे भारत की दूसरी महिला राष्ट्रपति और पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बनी है। अमर कुमार बाउरी ने उनकी उत्तम स्वास्थ्य, यशश्वी कार्यकाल और विश्व गुरु भारत के लक्ष्य हेतु शुभकामनाएं दी।
श्रीमती द्रौपदी मुर्मू के जीत के जश्न के दौरान सभी ने एक दूसरे को गुलाल लगा कर और मिठाई बांटी कर खुशी जाहिर की। बता दें कि एनडीए की उम्मीदवार श्रीमती द्रौपदी मुर्मू का जन्म 20 जून 1958 को ओडिशा के मयूरगंज जिले के बैदपोसी गांव में हुआ था। उनके पिता का नाम बिरांची नारायण टुडु है। वे आदिवासी जातीय समूह, संथाल से संबंध रखती हैं। श्रीमती द्रौपदी मुर्मू सिंचाई और बिजली विभाग में 1979 से 1983 तक जूनियर असिस्टेंट के तौर पर काम कर चुकी हैं।
वर्ष 1994 से 1997 तक उन्होंरे रायरंगपुर के श्री अरबिंदो इंटीगरल एजुकेशन सेंटर में ऑनरेरी असिस्टेंट टीचर के तौर पर भी सेवाएं दीं। उन्होंने बीए तक शिक्षा हासिल की है। वर्ष 2000 और 2004 में द्रौपदी मुर्म बीजेपी के टिकट पर रायरंगपुर सीट से विधायक चुनी गई। वे बीजेपी एसटी मोर्चा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य भी रह चुकी हैं।
श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ओडिशा में बीजेडी और बीजेपी गठबंधन सरकार में मंत्री रह चुकी हैं। उन्होंने मार्च 2000 से कई 2004 तक राज्य के वाणिज्य व परिवहन तथा मत्स्य और पशु संसाधन विकास विभाग के मंत्री का पद संभाला। वर्ष 2007 में द्रौपदी को ओडिशा विधानसभा के बेस्ट एमएलए ऑफ द ईयर पुरस्कार से नवाजा गया था।श्रीमती द्रौपदी मुर्मू झारखंड की ऐसी पहली राज्यपाल थीं जिन्होंने वर्ष 2000 में इस राज्य के गठन के बाद पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा किया। उन्होंने वर्ष 2015 से 2021 तक झारखंड के राज्यपाल का पद संभाला।