गोरखपुर। बाबा के बुलडोजर का खौफ अपराधियों में बढ़ता जा रहा है। कुछ ऐसा ही मामला गोरखपुर में देखने को मिला। यहां पिछले दिनों कुसम्ही जंगल में किशोरी को बंधक बनाकर सामूहिक दुष्कर्म किया गया था। इस मामले में पांच आरोपी थे, जिनमें से चार लोग अभी तक पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं, पांचवां आरोपी अभी फरार था, पुलिस अभी पांचवें आरोपी की तलाश कर रही थी। शनिवार दोपहर आरोपी के घर कार्रवाई के लिए बुलडोजर पहुंचा, इसकी भनक लगते ही आरोपी ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया। दरअसल शनिवार की सुबह खोराबार थाना प्रभारी आरोपी के घर बुलडोजर लेकर पहुंचे थे, जिसके बाद आरोपी ने कोर्ट में सरेंडर कर दिया।
दुष्कर्म के बाद फरार हुआ था आरोपी
जंगल सिकरी गांव का रहने वाला लवकुश पासवान सामूहिक दुष्कर्म व पाक्सो एक्ट का मुकदमा दर्ज होने के बाद घर छोड़कर फरार हो गया था। गिरफ्तारी का दबाव बढ़ने पर दो दिन पहले लवकुश अपने दोस्तों के साथ आत्मसर्पण करने कोर्ट जा रहा था। कचहरी गेट पर पुलिस की घेराबंदी देख भाग निकला था। वारदात में शामिल रहे लवकुश के तीन साथियों समेत चार आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजने के साथ ही खोराबार पुलिस ने उनके मोबाइल फोन को कब्जे में लेकर फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिए हैं। एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई ने बताया कि सामूहिक दुष्कर्म के आरोपितों के खिलाफ गैंगस्टर की कार्रवाई होगी। इसकी तैयारी शुरू हो गई है।
किशोरी से किया था सामूहिक दुष्कर्म
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार 27 जून को कक्षा 9वीं की छात्रा अपनी कक्षा में पढ़ने वाले एक किशोर के साथ जंगल में गई थी। दोनों को आपत्तिजनक हालत में देखकर जंगल सिकरी गांव के चार युवकों ने किशोर की पिटाई कर उसे भगा दिया था और छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म किया था। मामला संज्ञान में आने पर पुलिस ने केस दर्ज कर तीन आरोपियों को उसी दिन दोपहर ही गिरफ्तार कर लिया था, लेकिन चौथा आरोपी वकील पासवान रात में पकड़ा गया था।
इस वजह से उसे शुक्रवार को जेल भेजा गया है। घटना के बाद एक बात सामने आई कि भोलू उर्फ विशाल यादव ने अपना मोबाइल नंबर देते हुए बात करने का दबाव बनाया था। उसने कहा था कि बात नहीं करोगी तो तुम्हारा वीडियो वायरल कर दूंगा। पुलिस ने मोबाइल फोन बरामद कर चेक किया तो उसमें वीडियो नहीं मिला है, लेकिन एहतियातन फॉरेंसिक जांच कराए जाने का फैसला किया गया है। एसएसपी डॉ. विपिन ताडा ने बताया कि जांच जारी है।