चांडिल : क्रिसमस पर्व के अवसर पर चांडिल अनुमंडल क्षेत्र के भुईयांडीह गांव में सार्वजनिक मेला समिति के तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय रंगारंग सांस्कृतिक महोत्सव का शुभारंभ गुरुवार को हुआ। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के मामा चारुचंद किस्कू ने फीता काटकर किया। इस मौके पर झामुमो के केंद्रीय सदस्य व पूर्व जिला परिषद सदस्य ओम लायक, समाजसेवी दिलीप कुमार महतो, अरुण टुडू तथा ग्राम प्रधान रविंद्र तंतुवाई उपस्थित रहे।
उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए चारुचंद किस्कू ने कहा कि ऐसे सांस्कृतिक आयोजन गांवों की परंपरा, एकता और सामाजिक विरासत को मजबूत करते हैं। उन्होंने कहा कि पारंपरिक मेले ग्रामीण समाज की पहचान होते हैं, जिन्हें संरक्षित करना हम सभी की जिम्मेदारी है।
तीन दिनों तक चलने वाले इस महोत्सव में सरायकेला के प्रसिद्ध सांस्कृतिक नृत्य दल द्वारा झूमर संगीत के साथ हिंदी, बांग्ला, ओड़िया, नागपुरी, संबलपुरी और संथाली गीतों पर आकर्षक प्रस्तुतियां दी जा रही हैं, जिससे मेला परिसर उत्सव के रंग में रंग गया है। बड़ी संख्या में ग्रामीणों के साथ-साथ दूर-दराज से पहुंचे मेला प्रेमी कार्यक्रम का आनंद ले रहे हैं।
महोत्सव के दौरान पारंपरिक मुर्गा पाड़ा का आयोजन भी किया गया, जिसे स्थानीय लोग अपने पूर्वजों से जुड़ी सांस्कृतिक परंपरा बताते हैं। प्रतिभागियों ने पारंपरिक विधि से अपने मुर्गों को सजाकर पाड़ा में उतारा। ग्रामीणों का कहना है कि यह आयोजन मनोरंजन के साथ-साथ सामाजिक मेल-जोल और सांस्कृतिक जुड़ाव का भी माध्यम है।
सार्वजनिक मेला समिति के अनुसार यह तीन दिवसीय सांस्कृतिक महोत्सव 27 दिसंबर को संपन्न होगा। कार्यक्रम के सफल आयोजन में मेला समिति के सदस्यों और ग्रामीणों का सक्रिय योगदान रहा, जिससे पूरे क्षेत्र में उत्सव और उल्लास का माहौल बना हुआ है।
