● भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रशासन के दमन के आगे झुके बिना जेल जाना पसंद किया, सरकार की कठपुतली बनकर कार्य ना करें प्रशासन: दीपक प्रकाश
जमशेदपुर। कदमा के शास्त्रीनगर क्षेत्र में पिछले दिनों हुए सांप्रदायिक उपद्रव मामले में प्रशासन द्वारा निर्दोष भाजपा नेताओं एवं हिंदूवादी नेताओं पर बिना जांच पड़ताल किये दर्जनों गलत धाराओं को जोड़कर गिरफ्तार करने और जेल भेजे जाने को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने सोमवार को जिला उपायुक्त कार्यालय के समक्ष धरना-प्रदर्शन किया। भाजपा झारखंड प्रदेश के निर्देशानुसार भाजपा जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष गुंजन यादव के नेतृत्व में आहूत प्रदर्शन में झारखंड प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश, जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो, पूर्व सांसद आभा महतो, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिनेशानंद गोस्वामी, प्रदेश मंत्री सह जमशेदपुर महानगर प्रभारी सुबोध सिंह गुड्डू, प्रदेश मंत्री रीता मिश्रा समेत जमशेदपुर के तमाम बड़े नेता व हजारों कार्यकर्ताओं ने हेमंत सरकार के तानाशाही रवैये के खिलाफ हुंकार भरा। इस दौरान सभी नेताओं ने एक स्वर में जिला प्रशासन की पक्षपाती पुलिसिया कार्रवाई को अनुसूचित बताते हुए इसका कड़ा विरोध किया।
धरना-प्रदर्शन में कार्यकर्ताओं ने भाजपा एवं हिंदूवादी नेताओं के सम्मानपूर्वक रिहाई एवं हेमंत सरकार के खिलाफ स्लोगन वाले पोस्टर हाथों में लेकर विरोध दर्ज कराया। धरना-प्रदर्शन को लेकर भाजपा जमशेदपुर में व्यापक तैयारी की थी। सोमवार सुबह से ही बड़ी संख्या में कार्यकर्ता उपायुक्त कार्यालय के समक्ष जुटने लगे थे, दोपहर तक पूरा कार्यक्रम स्थल कार्यकर्ताओं की भीड़ से भर गया।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सह राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने कहा कि समाज एवं राष्ट्र निर्माण के कार्यों में लगे निर्दोष भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रशासन ने राज्य सरकार के इशारे पर जेल में डालने का जो कृत्य किया है, वो पूर्वाग्रह की पराकाष्ठा है। भाजपा कार्यकर्ताओं ने जिला प्रशासन के दमन के आगे जेल जाना स्वीकार किया परंतु झुकना स्वीकार नही किया। उन्होंने कहा कि झामुमो-कांग्रेस और राजद की गठबंधन सरकार ने पिछले साढ़े तीन वर्षों से बहुसंख्यक समाज के सभी पर्व-त्यौहार पर बंदिश लगाने की साजिश की है। आखिर हिन्दू समाज कब तक मर्माहत होंगे। प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि सरकार अगर इसी प्रकार से हिन्दू समाज की भावनाओं को दबाने का कार्य करेगी तो हिन्दू समाज अन्याय को सहन नही करेगा। कहा कि लौहनगरी का इतिहास है कि जब-जब जमशेदपुर की जनता करवट लेती है तो यहां इतिहास बदलने का कार्य होता है। उन्होंने कहा कि प्रशासन बताएं कि कदमा मामले में जिन लोगों को छोड़ा गया, उन्हें किसके इशारे पर छोड़ा गया। भाजपा सर्वधर्म समभाव में विश्वास करती है, परंतु प्रशासन एक आंख में काजल और एक आंख में सुरमा वाली कहावत चरितार्थ ना करें। दीपक प्रकाश ने कहा कि तुष्टिकरण की राजनीति करने वाली कांग्रेस ने बजरंग दल की तुलना पीएफआई से करने के साथ बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की बात कर करोड़ों हिंदुओं और राम भक्तों की धार्मिक भावनाओं को आहत किया है।
राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश ने जिला प्रशासन के कार्यशैली पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि एक मंत्री के इशारे पर राज्य सरकार की कठपुतली बनकर कार्य ना करें। आपने कानून के मर्यादा की पालन करने की शपथ ली। परंतु पूर्वाग्रह से ग्रषित होकर प्रशासन ने दर्जनों भाजपा नेताओं एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं को बिना जांच-पड़ताल किये एक पेशेवर अपराधी और आतंकवादी की भांति गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। उन्होंने कहा कि पूरे शहर में कानून व्यवस्था रसातल में चली गई है और आपराधिक घटनाओं का ग्राफ प्रतिदिन बढ़ रहा है। प्रतिदिन चोरी, गोलीकांड, डकैती और छिनतई की घटनाओं से जनता भयाक्रांत है। परंतु प्रशासन अपराधियों को पकड़ने से अधिक निर्दोष भाजपा कार्यकर्ताओं को अपराधी की भांति पकड़ने में तत्पर रहती है। प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश ने कहा कि पूरे राज्य में परिवर्तन की लहर चल रही है। कोल्हान में झामुमो-कांग्रेस के विधायक खाता नही खोल पाएंगे। ये लड़ाई लंबी लड़नी है, राज्य सरकार और जिला प्रशासन को जनता और कार्यकर्ता जवाब देंगे।
जमशेदपुर के सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि समाज के लिए खड़े होने वाले भाजपा एवं हिन्दू संगठन के नेताओं को प्रशासन ने बिना जांच किये जेल में डाल दिया और पत्थरबाजी करने वाले उपद्रवियों का स्वागत किया। भाजपा कार्यकर्ता जेल जाने से कभी डरने वाले नही हैं। जिस दिन पार्टी का आह्वान होगा भाजपा कार्यकर्ता जेल भरो आंदोलन के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के तुष्टिकरण के रवैये और प्रशासन के अन्याय के खिलाफ भाजपा का एक-एक कार्यकर्ता पूरी मजबूती से तैयार खड़ा है।
पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिनेशानंद गोस्वामी ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता के साथ प्रशासन ने जिस तरह से तानाशाही कार्रवाई की है उससे सारा शहर आक्रोशित है। कदमा मामले में ज्ञापन देने गए नेताओं को प्रशासन ने पूर्वाग्रह से ग्रषित होकर जेल भेज दिया। यह पहली बार होगा जब न्याय की मांग करने वाले को जेल भेज दिया गया। ऐसी कार्रवाई कांग्रेस सरकार के आपातकाल की याद दिलाती है।
भाजपा प्रदेश मंत्री सह जमशेदपुर महानगर प्रभारी सुबोध सिंह गुड्डू ने कहा कि कदमा मामले में भाजपा नेताओं एवं हिंदूवादी नेताओं पर विद्वेषपूर्ण कार्रवाई कर संविधान के रक्षा का संकल्प लेने वाली प्रशासन ने संविधान की धज्जियां उड़ा दी। कहा कि सरकार आते जाती रहती है, भाजपा नेताओं को अपराधी की भांति गिरफ्तार कर जेल में डालने वाली प्रशासन को झामुमो-कांग्रेस सरकार के कार्यकर्ता की भूमिका से बाहर आना होगा।
भाजपा जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष गुँजन यादव ने कहा कि जिला प्रशासन और हेमंत सरकार भाजपा कार्यकर्ताओं को कमजोर समझने की भूल ना करें। भाजपा कार्यकर्ता शांत है तो इसका ये मतलब नही की शांत स्वभाव हमारी कमजोरी है। उन्होंने कहा कि पार्टी के नेताओं एवं हिंदूवादी नेताओं के सम्मानपूर्वक और बिना शर्त रिहाई तक भाजपा का आंदोलन जारी रहेगा।
कार्यक्रम के दौरान मंच संचालन जिला महामंत्री अनिल मोदी एवं धन्यवाद ज्ञापन साकची पश्चिम मंडल अध्यक्ष बजरंगी पांडेय ने किया।
धरना-प्रदर्शन के दौरान पूर्व सांसद आभा महतो, प्रदेश मंत्री रीता मिश्रा, ब्रह्मदेव नारायण शर्मा, देवेंद्र सिंह, बिनोद सिंह, चंद्रशेखर मिश्रा, रामबाबू तिवारी, राजकुमार श्रीवास्तव, दिनेश कुमार, मिथिलेश सिंह यादव, नीरज सिंह, विकास सिंह, कुलवंत सिंह बंटी, भरत सिंह, अनिल सिंह, डॉ राजीव, निर्भय सिंह, जटाशंकर पांडेय, संजीव कुमार, संजीव सिन्हा, बबुआ सिंह, प्रदीप महतो, अनिल मोदी, राकेश सिंह, जितेंद्र राय, मंजीत सिंह, पप्पू सिंह, नीलू मछुआ, मनोज राम, राजीव सिंह, बोलटू सरकार, प्रेम झा, ज्ञान प्रकाश, बिनोद सिंह, नारायण पोद्दार, कौस्तव रॉय, मणि मोहंती, अमित अग्रवाल, ज्योति अधिकारी, धर्मेंद्र प्रसाद, बिनानंद सिरका, अजीत कालिंदी, मोचीराम बाउरी, सुबोध झा, अमिताभ सेनापति, काजू शांडिल, श्वेता कुमारी, सुरेश शर्मा, संतोष ठाकुर, ध्रुव मिश्रा, बबलू गोप, अजय सिंह, हेमंत सिंह, दीपक झा, बिनोद राय, प्रशांत पोद्दार, संजय तिवारी, राजेश सिंह, बरजंगी पांडेय, फातिमा शाहीन, अमरेंद्र पासवान, संदीप शर्मा बौबी, संजय कुमार सिंह, चंचल चक्रवर्ती, रविन्द्र नाथ सरदार, हलधर दास, सुदीप कुमार डे, हेमेंद्र जैन, त्रिदेव चटराज, दीपक पॉल, पवन सिंह, सुनील सिंह मुंडा, शांतनु मुखर्जी, मंटू चरण दत्ता, प्रधान महतो, अप्पा राव, संतोष कुमार, कुमार अभिषेक, संतोष कुमार, महावीर सिंह, शशांक शेखर, रमेश विश्वकर्मा, गणेश मुंडा, संजीत प्रसाद, दिलीप पासवान समेत अन्य उपस्थित थे।