जमशेदपुर : जमशेदपुर एफसी की ओर से खेलने वाले मणिपुर के फुटबॉल खिलाडी ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के आशय में अपमानजनक कमेंट लिखा था जिसके बाद विरोध तेज़ हो गया। फुटबॉल खिलाडी सीमेनलेन डूंगल ने मणिपुर हिंसा के संदर्भ में किये गये एक इंस्टाग्राम पोस्ट में देश के गृहमंत्री अमित शाह के लिए बेहद अमर्यादित और अपमानजनक शब्दों का प्रयोग करते हुए गालियाँ लिखी थी। इसकी जानकारी होते ही जमशेदपुर भाजपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष दिनेश कुमार ने इस बाबत् ट्वीट करते हुए जमशेदपुर जिला प्रशासन और जमशेदपुर फुटबॉल क्लब के ऑफिशियल ट्विटर हैंडल को टैग करते हुए एक ट्वीट लिखा जिसमें उक्त फुटबॉलर पर अविलंब कार्रवाई की माँग की गई थी। ट्वीट के बाद जेएफसी के सीईओ मुकुल चौधरी से भी दूरभाष पर बात करते हुए भाजपा नेता दिनेश कुमार ने संज्ञान लेकर
अनुशासनात्मक कार्रवाई सुनिश्चित करने का अनुरोध किया। शिकायत के कुछ ही मिनटों के अंदर फुटबॉलर सीमेनलेन डूंगल ने अपनी पहले के इंस्टाग्राम पोस्ट डिलीट करते हुए माफ़ी मांगा है। उन्होंने अपने इंस्टाग्राम पोस्ट में लिखा की “मणिपुर में जो कुछ घटित हो रही है वह उनके लिए अत्यंत कष्टप्रद एवं चिंताकारी है। मैं केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह के संदर्भ में अपनी पिछले इंस्टाग्राम पोस्ट के लिए माफ़ी माँगता हूँ। उस पोस्ट से जिन्हें दुख पहुंची है वे क्षमा करें। मैं उम्मीद करता हूँ की मणिपुर में सभी पीड़ित समूहों के लिए जन-जीवन जल्द ही सामान्य हो जाएं”।
फुटबॉलर के इस माफीनामे के बाद भाजपा नेता दिनेश कुमार ने कहा की मणिपुर की घटना चिंताजनक है, लेकिन इसके लिए देश के गृहमंत्री को दोषी बताकर भ्रामक टिप्पणी करना अनुचित है। मणिपुर के हिंसा प्रभावित लोगों के प्रति हमारी सहानुभूति है। किंतु एक राष्ट्रीय स्तर पर प्रख्यात खिलाडी को अपनी भाषाई गरिमा नहीं लाँघनी चाहिए। खिलाडी को अनुशासन और मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने इस मामले में एक्शन लेने या न लेने का अंतिम निर्णय जेएफसी प्रबंध पर छोड़ दिया। हालांकि इससे पूर्व भाजपा नेता दिनेश कुमार ने अपने ट्वीट में लिखा था की यदि 24 घंटों के खिलाडी ने माफ़ी नहीं मांगा तो उन्हें जेएफसी से खेलने नहीं दिया जायेगा और ज़ोरदार विरोध होगा। हालांकि अब इस प्रकरण में अंतिम निर्णय लेने के लिए दिनेश कुमार ने क्लब प्रबंधन पर छोड़ दिया है।
इससे पूर्व दिनेश कुमार की ट्वीट पर रांची के सांसद संजय सेठ सहित काफ़ि भाजपाईयों और ट्वीटर यूजर्स ने फुटबॉलर के उक्त टिप्पणी को निंदनीय बताते हुए आलोचना किया था।