रांची: कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच डुमरी उपचुनाव के लिए वोटिंग जारी है। पोलिंग बूथ पर लंबी कतारें लगी हुई हैं। झारखंड में भी इंडिया गठबंधन और एनडीए गठबंधन का इंतहान है। जनता किसे सर आंखों पर बिठाती है और किस ना करती है। मुकाबला इंडिया महागठबंधन की तरफ से जेएमएम की बेबी देवी और एनडीए की ओर से आजसू के टिकट पर यशोदा देवी के बीच है। दोनों का भाग्य आज मतपेटियों में बंद हो जाएगा हालांकि दोनों के बीच कांटे की टक्कर होने की बात बताई जा रही है।
इसका वजह यह बताया जा रहा है कि इस सीट के लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष दोनों पूरा जोर शोर लगाए हुए हैं। गिरिडीह के डुमरी उपचुनाव के लिए एक ओर जहां एनडीए ने आजसू की प्रत्याशी यशोदा देवी के लिए पूरे दमखम के साथ प्रचार किया, वहीं दूसरी ओर राज्य की हेमंत सोरेन सरकार के कई मंत्रियों ने अपनी पार्टी के कैंडिडेट बेबी देवी को जिताने के लिए पूरा दम लगा दिया।
जेएमएम ने तो बेबी देवी को मंत्री बनाकर बड़ा दांव खेला है।जेएमएम ने तो बेबी देवी को मंत्री बना कर बड़ा दांव खेला है।कई ऐसे मंत्री रहे जिन्होंने पिछले दिनों से डुमरी में जनसंपर्क अभियान चलाया।
गौरतलब है कि पूर्व शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो के निधन से खाली हुई सीट पर उपचुनाव हो रहा है. दरअसल, यह चुनाव कई मायनों से ऐतिहासिक होने जा रहा है, क्योंकि यह पहली बार है जब दो महिला उम्मीदवारों के बीच कांटे की टक्कर है। बेबी देवी को जहां पति की मौत के बाद सहानुभूति वोट की आस है, वहीं आजसू की यशोदा देवी मतदाताओं का भरोसा पाने के प्रयास में हैं।
इस उपचुनाव में फिलहाल कोई भी किसी की भी जीत की भविष्यवाणी कर पाने में अक्षम नजर आ रहा है।
बता दें कि डुमरी विधानसभा में गिरिडीह बोकारो और चंद्रपुरा प्रखंड शामिल है। इस विधानसभा की कुल आबादी 496622 है जिनमें से पुरुषों की संख्या 255622 है, वहीं महिलाओं की जनसंख्या 241000 है।अगर इस विधानसभा में मतदाताओं की बात करें तो कुल मतदाता 298629 हैं, जिनमें से पुरुष मतदाताओं की संख्या 154452 है, जबकि महिला मतदाताओं की संख्या 144174 है। वहीं थर्ड जेंडर मतदाता की संख्या तीन है।
डुमरी विधानसभा चुनाव के लिए कुल 373 बूथ बनाए गए हैं, जिनमें से गिरिडीह जिले के डुमरी प्रखंड में 199 बूथ हैं, जबकि बोकारो जिले के नवाडीह प्रखंड में 129 बूथ और चंद्रपुरा प्रखंड में 45 बूथ हैं. प्रशासनिक स्तर से दिए गए डाटा के मुताबिक नॉर्मल पोलिंग स्टेशन 88 हैं. सेंसिटिव पोलिंग स्टेशन 142 हैं, जबकि अति संवेदनशील पोलिंग बूथ 143 है। हालांकि सुरक्षा की दृष्टि से झारखंड पुलिस के साथ-साथ एसएसबी के जवान मुस्तैदी से ड्यूटी पर लगे हुए हैं।