● झारखंड में महामारी की तरह फैल गया है भ्रष्टाचार, राज्य में भ्रष्टाचारियों, कमीशनखोर और सिंडिकेट का शासन : रघुवर दास
जमशेदपुर : राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री सह भाजपा झारखंड के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने अपने दो दिवसीय जमशेदपुर प्रवास के तहत मंगलवार को जमशेदपुर पुर्वी एवं जमशेदपुर पश्चिम विधानसभा की विशाल जनसभा को संयुक्त रूप से संबोधित किया। राज्यव्यापी संकल्प यात्रा की कड़ी में जमशेदपुर पहुंचे प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी का पारंपरिक रीति-रिवाज से स्वागत किया गया। भाजपा जमशेदपुर महानगर के तत्वावधान में साकची स्थित बोधी मंदिर मैदान में संकल्प यात्रा के तहत आयोजित जनसभा में भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, सांसद विद्युत वरण महतो, प्रदेश महामंत्री डॉ प्रदीप वर्मा, पूर्व सांसद आभा महतो, प्रदेश मंत्री सह महानगर प्रभारी सुबोध सिंह गुड्डू, प्रदेश प्रवक्ता कुणाल षाड़ंगी, प्रदेश मंत्री रीता मिश्रा, जिलाध्यक्ष गुंजन यादव, जिला परिषद अध्यक्ष बारी मुर्मू, जिप उपाध्यक्ष पंकज सिन्हा समेत अन्य वरीय नेतागणों के साथ बड़ी संख्या में विभिन्न मंडलो से आये हज़ारों कार्यकर्ताओ ने भाग लिया। कार्यक्रम के दौरान भाजपा जमशेदपुर महानगर अध्यक्ष गुंजन यादव ने सभी अतिथियों का स्वागत भाषण क़िया।
सभा को संबोधित करते हुए प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने झामुमो-कांग्रेस गठबंधन सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि राज्य में हेमंत सोरेन के नेतृत्व वाली गठबंधन सरकार के चार साल पूरा होने को है, किंतु इन चार वर्षों में झारखंड विकास के रास्ते से विनाश के रास्ते पर बढ़ रहा है। राज्य में जब-जब झामुमो, कांग्रेस और राजद गठबंधन की सरकार आई है, तब-तब सिर्फ लूट-खसोट और तिजोरी भरने की संस्कृति देखने को मिली है। मरांडी ने कहा कि हेमंत सोरेन कहते हैं कि उन्होंने महाजनों से लड़ाई की है, लेकिन महाजनों से लड़ते-लड़ते अब खुद महाजन बन गए हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने भ्रष्टाचार पर राज्य सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि जब राज्य के मुखिया पर ही भ्रष्टाचार के आरोप लग रहे हों तो न्याय की उम्मीद किनसे करें।
बाबूलाल मरांडी ने पूरे झारखंड सहित जमशेदपुर में गिरती स्वास्थ्य व्यवस्था पर चिंता जाहिर करते हुए कहा कि आज झारखंड में चिकित्सा सुविधा शून्य होती जा रही है। स्वास्थ्य मंत्री के शहर में कोल्हान के सबसे बड़े अस्पताल एमजीएम की स्थिति सबसे अधिक भयावह है। पूरे राज्य में 108 एम्बुलेंस सेवा और आयुष्मान योजना की स्थिति जनता भली भांति महसूस कर रहे हैं।
उन्होंने पूर्ववर्ती रघुवर सरकार के दौरान संचालित सफल योजनाओं को बंद कर देने को झारखंड की महिलाओं, किसानों और युवाओं के साथ क्रूर मजाक बताया। श्री मरांडी ने हेमंत सोरेन सरकार पर युवाओं से वादाखिलाफी करने और धोखा देने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि बड़े-बड़े वादे के सहारे सत्ता प्राप्त करने वाली झामुमो-कांग्रेस सरकार में युवा सड़क पर आंदोलनरत हैं।
बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सिर्फ भाजपा ही झारखंड का सर्वांगीण विकास कर सकती है। आज राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति का आलम यह है कि अपराधी बेखौफ घूम रहे हैं और आम जनता खौफ़ के साये में जी रही है। जब पुलिस अपना वास्तविक काम छोड़कर वसूली में लग जाये तो ऐसी स्थिति में राज्य में अपराध कभी कम नही किया जा सकता है। उन्होंने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर हेमंत सरकार पर जमकर हमला बोला, उन्होंने कहा कि झारखंड में बिना पैसे दिए कोई काम नही होता है। जाति, जन्म, आय, आवास प्रमाण पत्र के साथ मृत्यु प्रमाण पत्र बनाने में भी पैसे देने पड़ते हैं।
उन्होंने कहा कि ईडी ने पांच बार पत्र लिखकर भ्रष्टाचारियों पर एफआईआर करने की बात कही है, लेकिन मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देकर उनका हौसला बढ़ा रहे हैं। एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार देश के गरीबों व वंचित के विकास के लिए काम कर रही है, तो वहीं, झारखंड की हेमंत सोरेन सरकार भ्रष्टाचारियों को संरक्षण देने का काम कर रही है। झारखंड का विकास करना है तो 2024 के चुनाव में हेमंत सोरेन की विदाई करनी होगी।
सभा को संबोधित करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा कि जिस झारखंड की पहचान जल, जंगल और जमीन के रूप में थी उस झारखंड को झामुमो-कांग्रेस गठबंधन की सरकार ने विगत चार वर्षों में लुटखंड बना दिया है। उन्होंने कहा कि राज्य में भ्रष्टाचारियों, कमिशन खोर और सिंडिकेट का शासन चल रहा है। इसी शासन और लूट के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी झारखंड प्रदेश के द्वारा प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के नेतृत्व में जन जागृति के माध्यम से विगत 4 वर्ष में हुए घोटालों-घपलों से जनता को जागरूक किया जा रहा है। कहा कि जब झारखंड में भारतीय जनता पार्टी की सरकार थी तो उस समय झारखंड विकास में विकास की गति अविरल धारा के रूप में आगे बढ़ रही थी। 2014 में जब देश की जनता ने गरीब परिवार के बेटे नरेंद्र मोदी को देश का प्रधानमंत्री बनाया और झारखंड में भी नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार बनी तो इस डबल इंजन की सरकार में झारखंड को विकसित राज्य की श्रेणी में लाने का हरसम्भव प्रयास किया गया। लेकिन 2019 में लोक-लुभाने और झूठे वादे के सहारे सत्ता में आने वाली झामुमो-कांग्रेस सरकार में समाज का कोई ऐसा वर्ग नहीं है जिसको इस सरकार ने ठगा नही। उन्होंने हेमंत सरकार पर पारा टीचर, पंचायत सेवक, अध्यापक, आंगनबाड़ी, युवाओं, महिलाओं के विश्वासघात करने का आरोप लगाया। कहा कि आज राज्य का युवा सड़कों पर आंदोलन करने को मजबूर है।
श्री दास ने 1932 के आधार पर स्थानीय नीति को लेकर भी हेमंत सरकार पर हमला बोला, उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अच्छी तरह से जानते थे कि 1932 के आधार पर स्थानीय नीति परिभाषित नहीं हो सकती है। सदन में उस समय बाबूलाल मरांडी जी भी उपस्थित थेम कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार में थर्ड और फोर्थ ग्रेड के नौकरी में आदिवासी मूलवासी को 10 साल के लिए रिजर्व किया था। जिनमें एक लाख से अधिक सरकारी नौकरी भारतीय जनता पार्टी की सरकार में मिली थी। जिनमें दरोगा की बहाली, 32000 टीचर की बहाली, वनरक्षक की बहाली, इंजीनियर की बहाली समेत अन्य नौकरियां शामिल थी। लेकिन हेमंत सरकार आने के साथ ही जो थर्ड और फोर्थ ग्रेड की नौकरी में झारखंडवासियों का हक था उसको समाप्त कर 60-40 लाने का काम किया।
श्री दास ने कहा कि झारखंड गठन होने के बाद अगर सबसे अधिक अत्याचार किसी समाज पर हुआ है तो वो आदिवासी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के शासन में आदिवासी समाज पर हुआ है। कोई दिन ऐसा नही रहता है जिसमें हमारी बच्चियों- बहनों के साथ बलात्कार और हत्या की घटना सुनने-“मदेखने को ना मिलती हो। झारखंड मुक्ति मोर्चा संथाल परगना को चारागाह बनाया हुआ है। लव जिहाद के नाम पर आदिवासी बच्चियों के 50-50 टुकड़ा कर दिया जा रहा है। अंकिता जैसी बेटी को जिंदा जला दिया जा रहा है। नाबालिग बच्ची का बलात्कार एवं हत्या कर वृक्ष में टांग दिया जा रहा है। झामुमो-कांग्रेस के शासन में बंगलादेशी घुसपैठिये झारखंड को धर्मशाला बनाकर रख दिया है। हमारे संस्कृति और प्रकृति पर दोनों तरफ से हमला हो रहा है। ऐसे समय में हमारी जिम्मेदारी बढ़ जाती है। झामुमो-कांग्रेससरकार को राज्य के सवा तीन करोड जनता के लोककल्याण से मतलब नही है, बल्कि सिर्फ अपने परिवार के कल्याण की चिंता है।
श्री दास ने कहा कि आज पूरे राज्य में ब्लॉक ऑफिस से लेकर सीएमओ तक बिना पैसे का कोई काम, कोई फाइल नहीं आगे बढ़ती है। कहा कि लूट में सबसे अधिक भूमिका कांग्रेस की रहती है। जब-जब कांग्रेस सरकार में होती है तब उनकी मिलीभगत से झारखंड को शर्मसार होना पड़ा है। भाजपा सरकार और श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी इस राज्य के जन्मदाता हैं। जन्मदाता होने के कारण भारतीय जनता पार्टी का है फर्ज है झारखंड को बचाना और इसी झारखंड को बचाने के लिए हम सबको कमर कसकर आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव में भाजपा को विजयी बनाना है।
सांसद विद्युत वरण महतो ने भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, बदहाल स्वास्थ्य सुविधा, महिला अत्याचार, वादाखिलाफी सहित अन्य मुद्दों हेमंत सरकार को घेरते हुए कहा कि भ्रष्टाचार और महिला अपराध में झारखंड देश का नंबर वन स्टेट बन गया है। कानून व्यवस्था पूरी तरीके से बिगड़ गई है। हेमंत सरकार सभी मोर्चों पर पूरी तरह से विफल है। आज पूरे प्रदेश में खुलेआम अपराध हो रहे हैं। भ्रष्टाचारियों के मन में कानून का डर खत्म हो गया है। पूरे कोल्हान में डेंगू का प्रकोप चरम पर है, दर्जनों मासूम बच्चों की मौत हो गयी। लेकिन हेमंत सरकार इन सब मुद्दों पर संवेदनशील नही है। आज अपराधी बेलगाम हैं। राज्य में प्रतिदिन हत्या, अपहरण, डकैती की घटनाएं हो रही। जाटी. का काम अब केवल वसूली करना रह गया है। आदिवासियों की जमीन की लूट मची है, लेकिन इस पर लगाम नहीं लग रहा। पूरे राज्य में शासन-प्रशासन लोगों को लूटने में लगा है। बिना पैसे के कोई काम कहीं नहीं हो रहा है। कहा कि अब हेमंत सोरेन सरकार बहुत कम दिनों की मेहमान रह गई है। आने वाले 2024 में पूरे गाजे-बाजे के साथ हेमंत सोरेन सरकार की विदाई की जाएगी। सांसद विद्युत महतो ने कहा कि शीघ्र ही टाटा से बनारस तक वंदे भारत ट्रैन का शुभारंभ होने वाला है। उन्होंने केंद्र सरकार की कई महत्वपूर्ण योजनाओं के संदर्भ में जानकारी दी।
कार्यक्रम के दौरान मंच संचालन जिला महामंत्री राकेश सिंह एवं धन्यवाद ज्ञापन साकची पश्चिम मंडल अध्यक्ष बजरंगी पांडेय ने किया।
इस अवसर पर देवेंद्र सिंह, ब्रह्मदेव नारायण शर्मा, चंद्रशेखर मिश्रा, रामबाबू तिवारी, राजकुमार श्रीवास्तव, बिनोद सिंह, राजेश शुक्ला, नीरज सिंह, विकास सिंह, मिथलेश सिंह यादव, भरत सिंह, योगेश मल्होत्रा, कल्याणी शरण, राजन सिंह, अनिल सिंह, जटाशंकर पांडेय, डॉ राजीव, राजकुमार सिंह, निशांत कुमार, कुलवंत सिंह बंटी, रमेश हांसदा, शिवशंकर सिंह, राजीव रंजन सिंह, विमल बैठा, सुधांशु ओझा, संजीव सिंह, बबुआ सिंह, राकेश सिंह, अनिल मोदी, पप्पू सिंह, मंजीत सिंह, जितेंद्र राय, राजीव सिंह, प्रेम झा, बोलटू सरकार, नारायण पोद्दार, ज्ञान प्रकाश, बिनोद सिंह, मनी मोहंती, कौस्तव रॉय, अमित अग्रवाल, धर्मेंद्र प्रसाद, ज्योति अधिकारी, निसार अहमद, अजीत कालिंदी, बजरंगी पांडेय, संजय तिवारी, राजेश सिंह, प्रशांत पोद्दार, विनोद राय, अमरेंद्र पासवान, फातिमा शाहीन, संतोष ठाकुर, ध्रुव मिश्रा, दीपक झा, बबलू गोप, सुरेश शर्मा, अजय सिंह, हेमंत सिंह, अभिमन्यु सिंह, अभिषेक श्रीवास्तव, सुशील पांडेय समेत अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।