घाटशिला : घाटशिला प्रखंड के दामपाड़ा क्षेत्र के आसना पंचायत स्थित कूदाकोचा गांव के चतराबुरु पहाड़ पर रविवार को बिदु चांदान जाहेरगाड़ समिति की ओर से आयोजित माघ पूर्णिमा के अवसर पर भगवान बिदु चांदान की विधिवत पूजा अर्चना की गई। इस अवसर पर समाजसेवी सह भाजपा नेत्री डॉ सुनीता देवदूत सोरेन ने पहाड़ पर सभी श्रद्धालुओं के साथ पैदल चढ़ कर क्षेत्र के सभी विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य के लिए पूजा अर्चना किए l उन्होंने पूजा करने के साथ पूजा स्थल में सभी नायाके बाबा को धोती देकर सम्मानित किया। मौके पर समाजसेवी सह भाजपा नेत्री डॉ सुनीता देवदूत सोरेन ने लोगों को सम्बोधित करते हुए कही कि बिंदू चंदन हमारे समाज में शिक्षा के क्षेत्र में प्रेरणास्रोत थे। इसलिए हमें इनके आदर्शों पर चलने की आवश्यकता है। और समाज के साथ साथ क्षेत्र की खुशहाली के लिए कामना की।
पूजारी दुबई टुडू एवं राजेश टुडू ने विधिवत पूजा संपन्न कराया। पूजा में तीनों राज्य झारखंड, पश्चिम बंगाल एवं ओडिशा से आदिवासी समाज की महिला एवं पुरुष श्रद्धालुओं ने पारंपरिक परिधान पहने हाथ मे पूजा की थाली लिए नंगे पाव पहाड़ी के पगडंडी से होते हुए लगभग 300 मीटर ऊंचे पहाड़ की चोटी पर बसे जाहेरस्थान पहुंचकर कतारबद्ध होकर रीति रिवाजों के अनुरूप पूजा अर्चना कर छात्र छात्राओं ने विद्यादायिनी से आशीर्वाद ले खुशहाली की कामना की। मान्यता है कि आदिवासी समाज के ओलचिकी लिपि के संस्थापक पंडित रघुनाथ मुर्मू भ्रमण के दौरान चतराबुरु पहाड़ से गुजरे एवं विश्राम के दौरान उन्होंने अपने हाथों से भगवान बिदु चांदान की रेखा चित्र अंकित किए थे जिसे आदिवासी समुदाय के लोग आज भी विधि विधान के साथ पूजा करते हैं। मौके परपवन हांसदा,सारथी टुडु, सुधीर टुडु,सोबन, संतोष मुर्मू, ठाकुर मुर्मू, सलमा मुर्मू, संजय किस्कू, दुलीरानी मुर्मू , समीर टुडू आदि मौजूद थे।