दुमका। देवर-भाभी की नोंकझोंक ने झारखंड का राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया है। सुबह बसंत सोरेन ने ये कहकर सियासी तूफान खड़ा कर दिया कि, “सीता सोरेन JMM में वापसी करने वाली है”, तो शाम होते-होते सीता सोरेन ने ये कहकर सियासी बवंडर खड़ा कर दिया कि “बसंत सोरेन ही भाजपा में शामिल होना चाहते हैं”। ..अब ये देवर भाभी की नोंकझोंक है या फिर हंसी ठिठौली….लेकिन इन सबके बीच झारखंड में सियासी पारा जरूर चढ़ गया है।
दरअसल बसंत सोरेन के साथ सीता सोरेन की हुई मुलाकात के बारे में जब मीडिया ने बसंत सोरेन से सवाल पूछा, तो बसंत सोरेन ने कहा कि भाभी का मन झामुमो में लौटने का है, उनका भ्रम मोदी परिवार से टूट गया है। दूसरी तरफ जब सीता सोरेन से मीडिया ने इस मुद्दे पर पूछा, तो उन्होंने कहा कि बसंत सोरेन ने उनसे कहा है कि भाजपा में मेरे लिए कोई बढ़िया जगह देखें।
दरअसल कल नॉमिनेशन से पहले सीता सोरेन दुमका के सदर प्रखंड स्थित खिजुरिया गांव में शिबू सोरेन के आवास पर पहुंची थी। जहां उसकी मुलाकात बसंत सोरेन से हुई थी। वहीं बसंत सोरेन से जब मीडिया ने सीता सोरेन से हुई बातचीत के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि भाभी का मोदी परिवार से भ्रम टूट गया है और वह शायद वापस अपने घर आना चाहती हैं।
हालांकि इस मामले में सीता सोरेन ने दुमका गोशाला रोड में अपने अस्थायी आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूरा दांव ही उलटा कर दिया। सीता सोरेन ने बसंत सोरेन की बातो को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि बसंत सोरेन ने उनसे भाजपा में शामिल होने और यहां मुझे मिल रहे सम्मान को लेकर बधाई दी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मेरे लिए भी आप भारतीय जनता पार्टी में कोई बेहतर स्थान देखें।सीता सोरेन ने कहा कि बसंत सोरेन इन दिनों झामुमो में जो चल रहा है उससे परेशान हैं।
सीता सोरेन ने आरोप लगाया कि जब से कल्पना सोरेन पार्टी में सक्रिय हुई हैं, वह अपने आप को दरकिनार महसूस कर रहे हैं. हाल ही में रांची में जो उलगुलान रैली हुई थी उसमें भी उन्होंने कल्पना सोरेन के साथ मंच साझा नहीं किया था. कल्पना सोरेन ने आते ही झामुमो पर कब्जा जमा लिया है. जिससे बसंत सोरेन उपेक्षित महसूस कर रहे हैं. यही वजह है कि वह भाजपा में आना चाहते हैं और इसके लिए उन्होंने मुझसे बात की है। अब इस मामले में बसंत सोरेन की प्रतिक्रिया का जरूर इंतजार है।