जमशेदपुर : तुलसी भवन में डेढ़ महिने तक चलने वाले तुलसी जयंती समारोह का शुभारंभ एक साहित्यिक परिचर्चा के साथ हुआ जिसका विषय था ‘ वर्तमान परिप्रेक्ष्य में तुलसी साहित्य की प्रासंगिकता ‘। समारोह की अध्यक्षा तुलसीभवन के अध्यक्ष सुभाष चंद्र मुनका ने की। मुख्य अतिथि राँची यूनिवर्सिटीज के पूर्व हिन्दी विभागाध्यक्ष डाॅ. जंग बहादुर पाण्डेय जी एवं विशिष्ट अतिथि तुलसीभवन के न्यासी श्री अरुण कुमार तिवारी एवं डाॅ. चंदेश्वर खां थे। संचालन साहित्य समिति के कार्यर्कारी अध्यक्ष डाॅ. यमुना तिवारी व्यथित एवं धन्यवाद ज्ञापन श्री राम नंदन प्रसाद ने किया।
सर्वप्रथम अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलन कर गोस्वामी तुलसीदास जी के चित्र पर पुष्प अर्पित किया गया। इसके बाद डाॅ0 वीणा पांडेय भारती द्वारा सरस्वती वंदना प्रस्तुत किया गया। तत्पश्चात पुष्प गुच्छ देकर अतिथियों का स्वागत किया गया। मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि को सम्मानित किया गया। औपचारिक स्वागत भाषण तुलसीभवन के मानद महासचिव डाॅ प्रसेनजित तिवारी ने प्रस्तुत किया।
परिचर्चा में निम्नलिखित साहित्यकारों ने भाग लिया– सर्वश्री/ विमल जालान, श्रीमती रीना सिन्हा सलोनी, कन्हैयालाल अग्रवाल, कैलाश नाथ शर्मा गाजीपुरी, रीना गुप्ता, प्रकाश मेहता, आरती श्रीवास्तव विपुलता, ब्रजेन्द्र नाथ मिश्र, दिव्येन्दु त्रिपाठी।
इस अवसर पर सर्वश्री/ श्रीमती बसंत जमशेदपुर पुरी, जीते कुमार तिवारी, अजय कुमार प्रजापति, ममता कर्ण, उपासना सिंहा, नीता चौधरी, अरुणा भूषण, माधवी उपाध्याय, सरदार बलबिंदर सिंह की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।