नशे की गिरफ्त में युवाओं को धकेल कौन भेज रहा उन्हें अपराध की दुनिया में
जमशेदपुर : 25 सालों तक जमशेदपुर पूर्वी का प्रतिनिधित्व करने के बाद अब उन पर परिवारवाद और वंशवाद थोपने वाले आखिर कब बताएंगे कि इस विधानसभा क्षेत्र के युवाओं को नशे की गिरफ्त में धकेलकर उन्हें अपराध की दुनिया में भेज रहा है। इस बार का चुनाव यहां बदलाव और नई सुबह लाने वाला होगा. जमशेदपुर पूर्वी से विधानसभा चुनाव लड़ रहे निर्दलीय उम्मीदवार शिव शंकर सिंह ने इन सवालों को उठाते हुए कहा है कि नौकरी और रोजगार के मुद्दे पर युवाओं से धोखा करने वाले अब युवा को प्रतिनिधित्व देने के नाम पर परिवारवाद को बढ़ावा दे रहे हैं।
गुरूवार को दीपावली के मौके पर जनसंपर्क अभियान के दौरान टिनप्लेट स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, सिदगोड़ा अमल संघ और एग्रिको चौक में सुबह-सुबह घूमने वालों, मार्निंग वॉकर्स व अन्य लोगों से मुलाकात के दौरान उन्होंने कहा कि जमशेपुर पूर्वी के लोग अपने स्वास्थ्य को लेकर काफी जागरूक हैं और नियमित रूप से योगा व मार्निंग वॉक के जरिए सेहतमंद रहते हैं लेकिन 25 सालों तक जिन्होंने इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया वह यहां के लोगों के स्वास्थ्य की देखभाल करने के लिए एक अस्पताल तक नहीं बनवा सके। यहां के लोगों को जमशेदपुर पश्चिम में मौजूद बड़े सरकारी अस्पतालों पर या निजी अस्पतालों पर निर्भर रहना पड़ता है। ऐसे में यदि इस बार जमशेदपुर पूर्वी की जनता उन्हें मौका देती है तो पहला प्रयास यहां के लोगों के लिए एक बढ़िया सरकारी अस्पताल बनाने के साथ-साथ दिल्ली की तर्ज पर प्रत्येक मोहल्ला में मोहल्ला क्लीनिक शुरू करने का होगा।
सुधीर चाय दुकान पर पुराने दिनों को किया याद
जनसंपर्क अभियान के दौरान शिवशंकर सिंह जब गोलमुरी बाजार स्थित सुधीर चाय दुकान पर पहुंचे तो युवावस्था के दिनों की यादों में खो गए। चाय दुकान पर बड़ी संख्या में मौजूद आम लोगों से मुलाकात की और उनसे लंबी बातचीत की। इस दौरान लोगों ने उन्हें बताया कि कैसे बाजार में पार्किंग की समस्या विकराल होती जा रही है तो वहीं बिजली की स्थिति में भी कोई सुधार नहीं हो रहा है खासकर केबल कंपनी एरिया में रहने वाले लोग 25 सालों के बाद भी जुस्को की दया पर निर्भर हैं।
जनसंपर्क अभियान के दौरान लोगों ने चुनाव में पूरा समर्थन देने का भरोसा दिलाते हुए कहा कि पहली बार उनके बीच से कोई उम्मीदवार चुनाव मैदान में है और वह अपने प्रतिनिधि के रूप में इस बार विधायक का चुनाव करेंगे। शिवशंकर सिंह ने इसके अलावा गोलमुरी मार्केट में फल विक्रेताओं और मिठाई दुकानदारों से भी मुलाकात की अपने लिए गैस चूल्हा छाप पर वोट करने की अपील की। उन्होंने सभी लोगों को दीपावली और काली पूजा की भी बधाई दी।
जनसंपर्क अभियान में लोगों का मिल रहा समर्थन
गोलमुरी मार्केट में लोगों से अपने पक्ष में वोट करने की अपील करने के बाद शिवशंकर सिंह साकची आम बागान मैदान स्थित अस्थायी पटाखा बाजार पहुंचे जहां उन्होंने पटाखा दुकानदारों और वहां खरीददारी करने आए आम लोगों को दीपावली की बधाई और शुभकामनाएं दी। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग बेहद गर्मजोशी के साथ उनसे मिलते हुए नजर आए। लोगों ने कहा कि लंबे समय के बाद पहली बार कोई समाज सेवा करते हुए अब चुनाव मैदान में है खासकर वैसा व्यक्ति जिन्होंने तीन दशकों तक अलग-अलग कामों के जरिए लोगों की सेवा की है। ऐसे में वोटरों में शिवशकंर सिंह को लेकर काफी उत्साह है और आगामी 13 नवंबर को मतदान के दिन वह भारी संख्या में गैस चूल्हा छाप पर वोट करेंगे।
लाइव बातचीत में लोगों से किया सीधा संवाद
निर्दलीय उम्मीदवार शिवशंकर सिंह ने दीपावली के मौके पर जमशेदपुर पूर्वी के मतदाताओं और लोगों से अपने फेसबुक पेज के जरिए भी सीधा संवाद किया। इस दौरान अपनी बात रखते हुए शिवशंकर सिंह ने कहा कि यह चुनाव किसी पार्टी या लोगों के विरोध में नहीं बल्कि राजनीति में जबरन परिवारवाद और वंशवाद को बढ़ावा देने वालों के खिलाफ है और वह आम लोगों के कहने पर चुनाव मैदान में हैं। ऐसे में उनकी प्राथमिकताएं केवल और केवल आम लोगों से जुड़ी समस्याएं ही हैं, फिर वह चाहे स्वास्थ्य़ की हो या पेयजल आपूर्ति या स्कूलों की खराब होती व्यवस्था है। इसके अलावा सबसे मुख्य जोर युवाओं को नशा से दूर करना भी है जिससे न केवल वर्तमान पीढ़ी प्रभावित हो रही है बल्कि आने वाली पीढ़ी भी इससे अछूती नहीं है। ऐसे में उनका प्रयास होगा कि स्थानीय प्रशासन और लोगों से मिलकर इस समस्या को पूरे विधानसभा क्षेत्र से दूर करें।
सीधा संवाद के क्रम में चुनाव चिह्न गैस चूल्हा को लेकर पूछे गए एक सवाल के जबाब में शिवशंकर सिंह ने कहा कि वह इस चुनाव चिह्न के लिए चुनाव आयोग के शुक्रगुजार हैं कि उन्होंने ऐसा चुनाव चिह्न दिया है जो प्रत्येक लोगों के घर-घर में मौजूद है साथ ही सनातन काल से यह हमारे जीवन का अभिन्न अंग है और यह जीवन का आधार है। ऐसे में इसके माध्यम से यदि उन्हें अपने लोगों का साथ इस विधानसभा चुनाव में मिला तो वह जनप्रतिनिधि के रूप में पूरे विधानसभा क्षेत्र के वासियों के लिए बदलाव का वाहक बनेंगे।