दुमका : झारखण्ड राज्य मे विधानसभा चुनाव का पहला चरण समाप्त हो गया है, ऐसे मे पूर्व मुख्यमंत्री सह पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने चुनाव पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा की झारखंड में पहले चरण का मतदान हो चुका है और दूसरे चरण में संथाल परगना और अन्य क्षेत्रों में चुनाव हो रहे हैं।
पहले चरण में जो उत्साह देखने को मिला था, वही दूसरे चरण में भी देखने को मिल रहा है। दुमका के एक होटल में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि लोग ऐसी सरकार चाहते हैं जो झारखंड के लोगों के लिए काम करे। हेमंत सोरेन सरकार ने झारखंड के लोगों को निराश किया है और नीतिगत पक्षघात का सामना करना पड़ा है और इस सरकार में माफिया का बोलबाला है। चाहे बालू हो या कोयला, सभी इसके अवैध खनन में शामिल हैं।संथाल परगना और कई अन्य इलाकों में लोग अपने घर बनाने के लिए बालू की कमी के कारण खुद को असहाय महसूस कर रहे हैं।
संथाल परगना में बांग्लादेशियों के अवैध प्रवेश और बेटियों को बहला-फुसलाकर शादी करने और उनकी जमीन लूटने के तरीके पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है और सब कुछ राज्य सरकार की नाक के नीचे हो रहा है, जिसके कारण लोग असहाय हैं। सरकार जमीन पर अवैध कब्जे में मदद कर रही है। पहले तो उन्होंने आरोपों से इनकार किया और बाद में उन्होंने केंद्र सरकार पर आरोप मढ़ दिया।
भूमि लूट को रोकने के बजाय राज्य सरकार इसे बढ़ावा दे रही है। संथाल परगना के कई जिलों में जनसांख्यिकी बदल रही है। ये अवैध घुसपैठिये अनुसूचित क्षेत्रों पर भी सवाल उठा रहे हैं, क्योंकि अगर जनसांख्यिकी बदली तो इसका असर गरीबों की परंपरा संस्कृति और अधिकारों पर पड़ेगा। इन कृत्यों से आदिवासी काफी परेशान हैं। अगर राज्य सरकार की कार्यप्रणाली पर गौर किया जाए तो वह सिर्फ लूट में लिप्त रही है और टेंडर मैनेजमेंट की परंपरा यहां शुरू हो गई है। इस सरकार में ट्रांसफर पोस्टिंग एक उद्योग बन गया है, लेकिन भाजपा ने लोगों को उनकी परेशानियों से निजात दिलाने का फैसला किया है।
भाजपा लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है और पंचायती राज निकायों को मजबूत करने के लिए भी काम करेगी। लोग राज्य सरकार से नाराज हैं और निश्चित रूप से वे झारखंड में जेएमएम को सत्ता से हटा देंगे। भाजपा झारखंड की रोटी-बेटी और माटी की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। कांग्रेस कभी नहीं चाहती थी कि झारखंड अलग राज्य बने, लेकिन जब उन्हें मौका मिला तो वे लूट में शामिल हो गए। यहां ओवर एस्टीमेट घोटाला हो रहा है और राज्य सरकार की साधारण योजनाओं के क्रियान्वयन में भी भ्रष्टाचार हो रहा है। जहां तक दुमका का सवाल है, यहां के विधायक कभी उपलब्ध नहीं होते और उन्हें अपने व्यापारिक हितों को पूरा करने में ज्यादा दिलचस्पी है।कांग्रेस ऐसी ताकतों को बढ़ावा दे रही है जो देश को कमजोर कर रही हैं।