बारियातु/ कुतुबुद्दीन : पवित्र रमजान के पाक माह के पहले जुमा की नमाज शुक्रवार को मुस्लिम धर्मावलंबियों ने बड़ी अकीदत के साथ अदा की।इस अवसर पर प्रखंड मुख्यालय सहित इटके, शिबला, साल्वे, नावाडीह, बठेठ, फुलसु, रत्नादाग के अलावा अन्य मस्जिदों में भारी संख्या में नमाजियों की भीड़ उमड़ी।नमाज अदा करने के बाद लोगों ने अल्लाह से देश की तरक्की, अमन-शांति और गुनाहों से तौबा की दुआ मांगी। इससे पूर्व
इटके जामा मस्जिद के मौलाना शमसाद, साल्वे नूरी मस्जिद के खतीब मौलाना अबुशहमा नदवी के अलावा अन्य मसजिदों के इमामों ने तकरीर के दौरान रोजे और रमजान की फजीलत पर प्रकाश डाला।उन्होंने कहा कि यह महीना इबादत, रहमत और मगफिरत का है, जिसमें हर मुसलमान को रोजा रखने, नमाज अदा करने, कुरान की तिलावत करने और गरीबों की मदद करने पर विशेष ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस पवित्र माह में इंसान को बुरे कर्मों से बचना चाहिए और अल्लाह से अपने गुनाहों की तौबा करनी चाहिए।
मौलाना ने कहा कि रमजान सिर्फ इबादत का महीना ही नहीं, बल्कि गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करने का भी महीना है।इस दौरान ज्यादा से ज्यादा नेक काम करने चाहिए और पहले की गई गलतियों की अल्लाह से सच्चे दिल से माफी मांगनी चाहिए. मोहम्मद साहब ने लोगों को आपसी भाईचारे, मोहब्बत और इंसानियत का संदेश दिया और कहा कि किसी का दिल दुखाना सबसे बड़ा गुनाह है।
रमजान की शुरुआत के साथ ही बाजारों में भी चहल-पहल बढ़ गई है. जगह-जगह फल, सेवई और इफ्तार की अन्य सामग्री की दुकानें सज गई हैं।इफ्तार के वक्त फलों की दुकानों पर भारी भीड़ देखी जा रही है।रमजान का यह पाक महीना लोगों में धार्मिक श्रद्धा और परस्पर प्रेम की भावना को और मजबूत कर रहा है।