नई दिल्ली: नौकरी के बदले जमीन मामले में आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने तलब किया है. अधिकारियों ने जानकारी दी है कि उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया गया है. लालू के साथ ही राबड़ी यादव और तेज प्रताप यादव को भी जांच एजेंसी तलब किया है. ईडी ने उन्हें पटना जोनल ऑफिस में पेश होने के लिए कहा है. तेज प्रताप और राबड़ी देवी को आज बुलाया गया है, जबकि लालू यादव को कल यानी बुधवार के लिए बुलाया गया है . लैंड फॉर जॉब स्कैम केस पश्चिम-मध्य रेलवे के जबलपुर जोन में साल 2004 से 2009 के बीच ग्रुप-डी पदों पर हुई नियुक्तियों से जुड़ा है. आरोप है कि लालू प्रसाद यादव के रेल मंत्री रहने के दौरान उम्मीदवारों से उनके परिवार या सहयोगियों के नाम पर जमीन हस्तांतरित करवाई गई थी और इसके बदले में उन्हें रेलवे में नौकरियां दी गईं.
सीबीआई ने 18 मई 2022 को लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी, दो बेटियों, अज्ञात सरकारी अधिकारियों और कुछ निजी व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज किया था. इस मामले में अब तक 30 आरोपियों के खिलाफ अभियोजन की स्वीकृति मिल चुकी है. आरोप है कि 2004 से 2009 तक भारतीय रेलवे के अलग-अलग जोन में ग्रुप डी पदों पर कई लोगों को नियुक्त किया गया था और बदले में इन लोगों ने अपनी जमीनें तत्कालीन रेल मंत्री लालू यादव के परिवार के सदस्यों और उनसे संबंधित कंपनी एके इन्फोसिस्टम्स प्राइवेट लिमिटेड को ट्रांसफर कर दी थी.
‘लैंड फॉर जॉब’ कथित घोटाला उस वक्त का है, जब लालू यादव रेल मंत्री थे. आरोप के मुताबिक, लालू यादव ने रेल मंत्री रहने के दौरान रेलवे में लोगों को नौकरी देने के बदले उनसे जमीन ली थी. लालू यादव 2004 से 2009 तक रेल मंत्री रहे थे. दिल्ली की कोर्ट ने लालू यादव, राबड़ी देवी और उनकी बेटी मीसा भारती के खिलाफ 28 फरवरी 2023 को समन जारी किया था. इस घोटाले के सिलसिले में दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने लालू फैमिली समेत 14 आरोपियों को समन जारी किया है. सभी आरोपियों को 15 मार्च को अदालत में पेश होने को कहा गया था. 15 मार्च को अदालत सभी आरोपियों से पूछताछ करने के बाद आरोप तय किए थे.
इस मामले में 10 अक्टूबर 2022 को CBI ने चार्जशीट दाखिल की थी, जिसमें 16 लोगों को आरोपी बनाया गया था. जुलाई 2022 में ही CBI ने भोला यादव को गिरफ्तार किया था, जो लालू यादव के रेल मंत्री रहते हुए उनके ओएसडी थे. CBI का कहना है कि पटना में लालू यादव के परिवार ने 1.05 लाख वर्ग फीट जमीन पर कथित तौर पर कब्जा कर रखा है. इन जमीनों का सौदा नकद में हुआ था. यानी, लालू परिवार ने नकद देकर इन जमीनों को खरीदा था.