जमशेदपुर : जोहार झारखंड श्रमिक महासंघ द्वारा मेसर्स अपना मार्ट के खिलाफ श्रम कानूनों के उल्लंघन और 15 डिलीवरी कर्मियों की अवैध छंटनी को लेकर आंदोलन तेज हो गया था। अंबेडकर जयंती (सोमवार, 14 अप्रैल 2025) को साकची स्थित अंबेडकर स्मारक के समक्ष सभी 15 श्रमिकों द्वारा आत्महत्या करने की घोषणा की गई थी, जिसकी नैतिक और कानूनी जिम्मेदारी अपना मार्ट प्रबंधन एवं जिला प्रशासन की मानी गई थी।
हालांकि, रविवार को प्रबंधन एवं यूनियन के बीच हुई आपातकालीन वार्ता के बाद यह कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है। यूनियन महामंत्री राजीव पाण्डेय ने बताया कि अपना मार्ट प्रबंधन ने वार्ता में गंभीरता दिखाई और यूनियन से कुछ समय की मोहलत मांगी।
प्रबंधन द्वारा लिए गए तत्काल निर्णय:
- सभी 15 श्रमिकों का ₹5 लाख का जीवन बीमा करवाया गया।
- 15 में से अधिकांश श्रमिकों को पुनः कार्य पर रखने की सहमति दी गई।
- शेष मांगों पर लिखित रूप में अपना पक्ष रखने का वादा किया गया।
- समस्याओं के निराकरण हेतु यूनियन से समन्वय करने का आश्वासन दिया गया।
- इसके पश्चात सभी श्रमिकों ने अपनी सेवाओं में वापसी की और आंदोलन को स्थगित किया गया।
सांकेतिक धरना एवं प्रशासन की निष्क्रियता:
ज्ञात हो कि आज मजदूरों ने उपायुक्त कार्यालय के समक्ष सांकेतिक धरना प्रदर्शन किया क्योंकि उन्हें लिखित अनुमति नहीं दी गई थी। यूनियन ने प्रशासन से मांग की कि कानून की नीलामी करने वाले व्यवसायियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की जाए।
श्रम विभाग की स्थिति अत्यंत दयनीय:
- अपर श्रमायुक्त का पद रिक्त है..
- उप श्रमायुक्त को चार्ज नहीं मिला है..
- श्रम अधीक्षक-1 एवं 2 दोनों छुट्टी पर हैं..
इस कारण अब तक श्रमिकों की शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है, जिससे नाराजगी और असंतोष व्याप्त है।
यूनियन का बयान:
महामंत्री राजीव पाण्डेय ने स्पष्ट किया कि यदि समस्याओं का समाधान नियत समय पर नहीं हुआ तो आंदोलन और तेज होगा। यूनियन संविधान सम्मत मार्ग से बाकी मांगों के लिए आगे भी संघर्ष जारी रखेगी।
इस संघर्ष में प्रमुख रूप से उपस्थित रहे:
प्रणीश माहेश्वरी (यूथ विंग प्रेसिडेंट, जमशेदपुर)असेंबली ऑफ ह्यूमन राइट्स एंड जस्टिस, यूथ इंटक के राष्ट्रीय सचिव एवं यूनियन के महामंत्री राजीव पाण्डेय, जोहार झारखंड श्रमिक महासंघ के कार्यकर्ता व श्रमिकगण.