जमशेदपुर : 2 अक्टूबर 2022 को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी एवं लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती मनाई गई इस शुभ अवसर पर नारायण प्राइवेट आईटीआई संस्थान के संस्थापक प्रोफेसर जटाशंकर पांडे ने उनके तस्वीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित किया एवं उन महापुरुषों के लिए दो शब्द रखें प्रोफेसर जटाशंकर पांडे ने कहा की राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ओर लाल बहादुर शास्त्री की जन्मदिन मनाया जा रहा हैं ये दोनो दोनों महापुरुषों जन्मतिथि एक ही दिन को हुआ गांधी जी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 ईस्वी को हुआ पोरबंदर में हुआ और बहादुर शास्त्री का जन्म 02 अक्टूबर 1904 में बहुत ही गरीब परिवार में हुआ था।
दीवान परिवार में जन्म लिए बैरिस्टर पड़े फिर भी देश की आजादी के लिए उनके मन में और अंग्रेजों के अत्याचार के प्रति जो आक्रोश था उनको बर्दाश्त नही कर सके और उन्होंने आजादी की लड़ाई के लिए अहिंसात्मक सत्य अस्त्य रास्ते को अपनाकर आजादी की लड़ाई दिलाई। और एक कहा भी गया की साबरमती का संत तूने कमाल ही कर दिया बिना तलवार बिना ढाई लेकिन उनका जो सोच था देस के प्रति उनका कहना था भारत की आत्मा गांवों में बसती है ग्राम स्वराज गांव आधारित समाज गांव आधारित पर आर्थिक नीति दुर्भाग्य से आजादी के बाद देश के आधारित नहीं चल सका ठीक वैसा ही लाल बहादुर शास्त्री जी जिनको देस प्रति जितना प्रेम था।
हिंदुस्तान और पाकिस्तान के युद्ध बाद लाहौर तक क्या हुआ जमीन को छोड़कर जब ट्रासफम समझौता हुआ तो उनकी मृत्यु ताशकंद मैं ही हो गई कि उनके मन में आया देस को जकारके क्या जवाब देगें जब अपनी जीती हुई जमीन को हम लोटा दे रहे है पाकिस्तान को और इसी गम में शायद उनकी मृत्यु हो गई और उनकी मृत्यु आज भी संध्यास्म इस्थी में है जांच का विषय है। और उनने देस के लिए जो नारा दिया था जय जवान जय किशन। आज भी संध्यास्म इस्थी में इसलिए आज हमलोग नारायण प्राइवेट आईटीआई सस्थान की और से दोनो महापुरुषों को याद किया गया। इस अवसर पर मुख्य रूप से एडवोकेट निखिल कुमार, शांति राम महतो, पवन कुमार, अजय कुमार मंडल, निमाई मंडल, राकेश गोप, फाल्गुन गोप, आदि उपस्थित थे।