जमशेदपुर : साकची गुरुद्वारा प्रधान पद चुनाव के दौरान रविवार को जमकर हंगामा हुआ. निशान सिंह और हरविंदर सिंह मंटू समर्थक आपस में भीड़ गये. दोनों पक्षों के समर्थकों के बीच जमकर मारपीट हुई. मामला इतना बढ़ गया कि मौके पर कुर्सियां भी फेंकी गयीं. सीजीपीसी द्वारा गठित पांच सदस्यीय कमिटी नरेन्द्रपाल सिंह भाटिया, परविंदर सिंह सोहल, सुरजीत सिंह, लखविंदर सिंह और अमरजीत भामरा ने अरदास के बाद मतदान प्रक्रिया शुरु करवाई. ठीक 10:35 बजे एक और प्रत्याशी जसबीर सिंह गांधी चुनाव समिति के पहुंचे और शिकायत करते हुए कहा कि उन्हें शुद्ध और पूर्ण मतदाता सूची अभी तक प्राप्त नहीं हुई है और उन्होंने अभी तक वोटर लिस्ट के लिए सहमति भी नहीं दी है तो किस लिहाज से चुनाव समिति मतदान करवा रही है।
इस मुद्दे पर जसबीर सिंह गांधी और निशान सिंह समर्थकों ने हो रहे मतदान का पुरजोर विरोध करना शुरू कर दिया और हरविंदर सिंह मंटू को गुरुघर का देनदार बताते हुए विरोध किया. माहौल इतना तनावपूर्ण हो गया कि हाथापाई की भी नौबत आ गयी. टेंट उखाड़ दिए गए, एक दूसरे पर कुर्सियां उछाली गईं. स्थिति की गंभीरता और माहौल बिगड़ने की संभावना को देखते हुए साकची थाना के प्रभारी आनंद मिश्रा ने लाठीचार्ज का आदेश दिया. आदेश पाते ही मौके पर मौजूद पुलिसकर्मियों ने उपद्रव कर रहे दोनों पक्षों के समर्थकों को दौड़ा-दौड़ा का पीटा. थोड़ी ही देर में स्थिति पर काबू पा लिया गया. इसके बाद चुनावी प्रक्रिया पूरी करायी गयी. साकची गुरुद्वारा के प्रधान पद का चुनाव हरविंदर सिंह मंटू ने जीत लिया है. उन्होंने अपने प्रतिद्धंदी को 786 मतों से पराजित किया. हरविंदर सिंह मंटू को 823 मत मिले।
