जमशेदपुर। अंतररष्ट्रीय मानवता अधिकार एवं मीडिया संगठन के जिला अध्यक्ष एसआरके कमलेश ने जल ही जीवन है के महत्व पर आयोजित कार्यक्रम के दौरान कहा दूषित पानी पीने से होने वाली विभिन्न प्रकार की बीमारियों के प्रति कैप्टन मनीष लोगों को कर रहे हैं जागरूक। पानी का हमारे जीवन में विशेष महत्व है, इसके बिना पृथ्वी पर जीवन की कल्पना भी नहीं की जा सकती हैं। प्राकृतिक रूप से बायकार्बोनेट युक्त पानी (जैसे Gangotri का पानी को) प्राकृतिक एल्केलाइन वाटर कहा जाता है। इसका पीएच स्तर सामान्य के मुकाबले अधिक होता है। सामान्य रूप से नल में आने वाले पानी या बोतल में पैक पानी का पीएच 6 के नीचे होता है। वही ionised एल्केलाइन पानी का पीएच 9.5 का होता है। यह एसिड रिफ्लक्स की समस्या (एसिडिटी) से राहत दिलाने में मददगार होता है। दूषित पानी से होने वाले विभिन्न बीमारी के प्रति कैप्टन मनीष ने जल पर किए गए रिसर्च जैसे शरीर के अल्केलयन वातावरण मे कोई भी रोग पनप नहीं सकता , बैक्टीरिया, वायरस, फंगस शरीर में नहीं बढ़ सकता है, अल्कालीन प्रकृति हमारे शरीर में जहरीले एसिड को निष्क्रिय करती है. हमारा शरीर 70 से 80% पानी से बना है हमारे शरीर में 75 ट्रिलियन कोशिकाएं होती हैं, इसमें रोजाना कई नयी कोशिकाएं जन्म लेती और मर जाती हैं।शरीर के अल्केलयन वातावरण मे कोई भी रोग पनप नहीं सकता. बैक्टीरिया, वायरस, फंगस शरीर में नहीं बढ़ सकता है, अल्कालीन प्रकृति हमारे शरीर में जहरीले एसिड को निष्क्रिय करती है,ओर उसको शरीर से बाहर निकलती हैं. माइक्रो-क्लस्टरिंग तटस्थ एसिड और चयापचय अपशिष्ट के कारण हालांकि पेशाब और मल जैसे विसर्जन प्रणाली में बाहर हैं.और शरीर की कोशिकाओं को इस पोषण की आपूर्ति के कारण काफी हद तक सुधार होगा। दूषित जल से होने वाली बीमारियों के प्रति कैप्टन मनीष के द्वारा चलाए गए जागरूकता अभियान में मुख्य रूप से अजय श्रीवास्तव , चिंटू , रवि श्रीवास्तव , मनोज मिश्रा इत्यादि शामिल थे।
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