।।संवाददाता दीनबंधु पांडा की खास रिपोर्ट।।

जमशेदपुर/चांडिल : सर्द मौसम की दस्तक के साथ चांडिल डैम में हर साल की तरह इस बार भी साइबेरिया से आए प्रवासी पक्षियों का आगमन शुरू हो गया है। शनिवार को डैम परिसर में विदेशी परिंदों के झुंड तैरते और उड़ते नजर आए, जिन्हें देखने के लिए स्थानीय लोगों के साथ-साथ अन्य जिलों से आए पर्यटकों की भीड़ लगी रही। शांत जलाशय और चारों तरफ फैली पहाड़ियों के बीच पक्षियों का कलरव पूरे क्षेत्र में एक अनोखी जीवन्तता भर रहा है।

रेंज ऑफिसर शशि रंजन प्रकाश ने दी जानकारी…..

वन विभाग के रेंज ऑफिसर शशि रंजन प्रकाश ने बताया कि प्रवासी पक्षियों का आगमन अब गति पकड़ रहा है। उन्होंने कहा कि नवंबर और दिसंबर में इनका आना शुरू होता है और जनवरी–फरवरी तक इनकी संख्या सबसे अधिक रहती है। इस बार शुरुआती संकेतों से लग रहा है कि इनकी संख्या पिछले वर्षों की तुलना में अधिक हो सकती है।
वन विभाग के अनुसार इस समय डैम क्षेत्र में कई प्रमुख प्रजातियाँ दिखाई दे रही हैं, जिनमें बार-हेडेड गूज (धारीदार हंस), गैडवॉल (सिलाई बतख), टफ्टेड डक (झबरी बतख) और रेड-क्रेस्टेड पॉकर्ड (सूरखाब) शामिल हैं। तापमान में और गिरावट आने के साथ इनकी सक्रियता और बढ़ेगी।
पर्यटकों की भीड़ से पर्यटन को नई रफ्तार….

प्रवासी पक्षियों की बढ़ती संख्या के साथ ही चांडिल डैम में पर्यटकों की आवाजाही भी तेजी से बढ़ रही है। नौका-विहार का आनंद लेने पहुंचे लोग विदेशी पक्षियों के झुंड को पानी में तैरते और उड़ते देख रोमांचित हो रहे हैं। कई पर्यटक मोबाइल और कैमरों से लगातार फोटो और वीडियो लेते नजर आए।
विस्थापित परिवारों के लिए कमाई का बड़ा मौका….

डैम निर्माण के समय विस्थापित हुए कई परिवार वर्तमान में चांडिल डैम क्षेत्र में नौका-विहार चलाते हैं और चाय-नाश्ते के साथ-साथ स्थानीय उत्पादों की दुकानें संचालित करते हैं। प्रवासी पक्षियों के आने का यह मौसम इन परिवारों के लिए साल का सबसे महत्वपूर्ण समय माना जाता है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि जैसे-जैसे विदेशी पक्षी आते हैं, पर्यटकों की भीड़ बढ़ती है और इससे उनकी रोज़गार और कमाई में वृद्धि होती है। इस सीजन में विस्थापित परिवारों की आमदनी लगभग दोगुनी हो जाती है और पूरे इलाके की अर्थव्यवस्था में नई जान आ जाती है।
वन विभाग की अपील : ड्रोन और शोर से परहेज करें….

वन विभाग लगातार निगरानी रख रहा है और पक्षियों की सुरक्षा के लिए डैम क्षेत्र में ड्रोन उड़ाने पर रोक लगाई गई है। नाव संचालन में सुरक्षा नियमों का पालन अनिवार्य किया गया है और तेज़ शोर से बचने की अपील की गई है। अधिकारियों का कहना है कि शांत वातावरण बनाए रखना आवश्यक है ताकि प्रवासी पक्षी पूरे मौसम सुरक्षित रह सकें।
अगले दो महीने होंगे सबसे खास…..

वन विभाग के अनुसार नवंबर–दिसंबर में प्रवास की शुरुआत होती है, जबकि जनवरी–फरवरी में इन पक्षियों की संख्या सबसे अधिक होती है। मार्च से इनके लौटने का क्रम शुरू हो जाता है। आने वाले दो महीने चांडिल डैम के लिए बर्ड-वॉचिंग का सबसे सुंदर और आकर्षक समय रहने वाला है।
