श्रीगंगानगर : राजस्थान के श्रीगंगानगर के रहने वाले कॉमेडियन श्याम रंगीला वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे. उन्होंने कहा, ‘मैं वाराणसी के लिए रवाना हो चुका हूं. वहां पहुंचकर फॉर्म भरने की प्रक्रिया और चुनाव लड़ने की रणनीति फाइनल करूंगा. आजकल के समय की राजनीति कमेडी की तरह चल रही है, इसलिए मैंने चुनाव लड़ने का फैसला किया.’ वाराणसी से कांग्रेस ने अजय राय को टिकट दिया है, जबकि बसपा ने सैयद नेयाज अली को मैदान में उतारा है।
श्याम रंगीला ने कहा कि काशी में सूरत और इंदौर जैसा न हो इसलिए मैंने यह फैसला लिया है. प्रधानमंत्री मोदी के सामने चुनाव लड़ने वाले विपक्षी उम्मीदवार अगर अपना नामांकन वापस भी ले लेंगे, तो भी मैं चुनाव हर हाल में लडूंगा. प्रधानमंत्री के सामने कोई भी चुनाव लड़ सकता है, यह लोकतंत्र है. उन्होंने कहा, ‘मैं जनता के सहयोग से वाराणसी से चुनाव लड़ूंगा. बहुत जल्द अपने यूट्यूब चैनल पर चुनाव लड़ने की सारी प्रक्रिया की घोषणा करूंगा।
कॉमेडियन श्याम रंगीला ने कहा कि वह काशी में चुनाव लड़ने के लिए श्रीगंगानगर से कोई टीम नहीं लेकर जा रहा रहे. उन्होंने कहा, ‘सारी टीम वाराणसी की जनता के बीच में से ही तैयार करूंगा. वाराणसी से बहुत लोगो के फोन कॉल मेरे पास आ रहे हैं, वे सभी मेरे साथ जुड़ने के लिए तैयार हैं. हार जीत एक अलग मसला है, लेकिन प्रधानमंत्री के सामने चुनाव हर हाल में लडूंगा. मैं फेमस होने के लिए चुनाव नहीं लड़ रहा, जनता के बीच पहले से ही बहुत फेमस हूं।
बता दें कि सूरत में प्रस्तावकों के पीछे हटने के कारण कांग्रेस के मुख्य और वैकल्पिक दोनों उम्मीदवारों का नामांकन इनवैलिड हो गया था. जबकि अन्य उम्मीदवारों ने अपने नामांकन स्वेच्छा से वापस ले लिए और इस तरह बीजेपी प्रत्याशी मुकेश दलाल यहां से निर्दलीय चुनाव जीत गए. इंदौर में कांग्रेस प्रत्याशी अक्षय कांति बम ने अपना नामांकन वापस ले लिया और बीजेपी में शामिल हो गए. चूंकि नामांकन की समय सीमा भी खत्म हो गई थी, इसलिए कांग्रेस वैकल्पिक उम्मीदवार भी नहीं उतार सकी. इस प्रकार इंदौर में कांग्रेस प्रत्याशी विहीन रह गई।
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