उत्तर प्रदेश : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की शांत रात उस वक्त गोलियों की तड़तड़ाहट से कांप उठी, जब पारा इलाके में पुलिस और बदमाशों के बीच जोरदार मुठभेड़ हो गई। वारदात के पीछे था एक खूंखार अपराधी, जिस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित था और जो बीते कुछ समय से पुलिस की पकड़ से बाहर था। लेकिन, इस बार अपराधी की राह लंबी नहीं चली। पुलिस की मुस्तैदी के आगे उसकी एक न चली। बुद्धेश्वर में कैब चालक की हत्या कर फरार हुए इस अपराधी की कहानी आखिरकार एक्सप्रेस-वे पर जाकर थम गई।

मोहान रोड पर हुआ आमना-सामना……
पुलिस उपायुक्त (पश्चिमी) विश्वजीत श्रीवास्तव ने बताया कि पारा थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि बुद्धेश्वर निवासी योगेश पाल की हत्या का आरोपी अपने साथी के साथ मोहान रोड से होते हुए हरदोई की ओर जा रहा है। इस पर पारा थाना की पुलिस और लखनऊ कमिश्नरेट की क्राइम ब्रांच ने संयुक्त रूप से मोहान रोड के जीरो प्वाइंट पर घेराबंदी की।
जैसे ही संदिग्ध बाइक सवार उस रास्ते से गुजरे, पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया। मगर वे बाइक मोड़कर आगरा एक्सप्रेस-वे की सर्विस लेन की ओर भागने लगे। पुलिस ने पीछा किया, तो बदमाशों ने घिरने पर फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश गोली लगने से घायल हो गया।
शाहजहांपुर निवासी गुरुसेवक की हुई पहचान…..
पुलिस की जवाबी फायरिंग में घायल हुआ बदमाश गुरुसेवक, शाहजहांपुर जिले का निवासी था। पुलिस उसे घायलावस्था में अस्पताल ले गई, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। मुठभेड़ के दौरान उसका एक साथी भागने में सफल रहा, जिसकी तलाश जारी है।
डीसीपी वेस्ट के अनुसार, गुरुसेवक ने शाहजहांपुर के पुवायां क्षेत्र में अपने साथी के साथ मिलकर अवनीश दीक्षित नामक व्यक्ति की हत्या कर उसकी कार लूट ली थी। उसी वाहन को बेचने के इरादे से वह लखनऊ आया था, जहां यह मुठभेड़ हुई।
एक लाख का इनामी था मृत बदमाश…..
लखनऊ की पुलिस कमिश्नरेट ने गुरुसेवक पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित किया था। पुलिस ने उसके पास से 38 बोर का तमंचा, कारतूस और अन्य आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद की है। जानकारी के अनुसार, उसका साथी कुछ दिन पहले मुठभेड़ में गिरफ्तार किया गया था।



