मेरठ: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने मेरठ इलाके में एक मुठभेड़ में सोनू मटका नाम के बदमाश का एनकाउंटर किया है. बता दें कि यह वही बदमाश है जो दिवाली की रात शाहदरा में चाचा भतीजे को गोली मारकर फरार हुआ था. सोनू मटका के मेरठ में मूवमेंट की जानकारी मिली थी. जिसके बाद शनिवार तड़के स्पेशल सेल की टीम ने उसकी घेराबंदी की. सूत्रों के मुताबिक दोनों तरफ से कई राउंड फायरिंग हुई है. वह मेरठ के टीपी नगर पुलिस स्टेशन इलाके में पुलिस की गोली से घायल हुआ तो उसे गिरफ्तार किया गया. बाद में अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. इस मामले में हत्या के दिन जो नाबालिग स्कूटी चला चला रहा था, उसे पुलिस ने पहले ही पकड़ लिया था, लेकिन शूटर मोनू मटका अभी तक फरार था. 50 हजार का इनामी बदमाश मोनू हाशिम बाबा गैंग का कुख्यात शूटर था. उसके खिलाफ यूपी और दिल्ली में लूट और हत्या के आधा दर्जन मामले दर्ज हैं.
#मेरठ में दिल्ली पुलिस का मोस्टवांटेड 50 हजार का ईनामी अनिल उर्फ सोनू मटका मारा गया है
सोनू मटका ने चंद रोज पहले एक कारोबारी को सरेआम मार डाला था इससे पहले अक्टूबर में भी उसने डबल मर्डर किया था
UPSTF की मेरठ यूनिट और दिल्ली पुलिस की स्पेशल ब्रांच ने इस एनकाउंटर को अंजाम दिया है pic.twitter.com/n8LftkpIz6
— Narendra Pratap (@hindipatrakar) December 14, 2024
बता दें कि बीते अक्टूबर में दिल्ली के शाहदरा में दिवाली की रात एक ही परिवार के दो दीपक बुझ गए थे और घर में मातम छा गया. दरअसल, यहां परिवार अपने घर के बाहर दिवाली मना रहा था जब दो हथियारबंद लोग आए और एक 40 साल के शख्स और उसके 16 साल के भतीजे की गोली मारकर हत्या कर दी. वहीं शख्स का 10 साल का बेटा घायल हो गया. अधिकारी ने बताया कि इस घटना में आकाश शर्मा उर्फ छोटू और उनके भतीजे ऋषभ शर्मा की मौत हो गई, जबकि कृष शर्मा गोली लगने से घायल हो गया. उन्होंने बताया कि पीड़ित शाहदरा के फर्श बाजार इलाके में अपने घर के बाहर दिवाली मना रहे थे. उन पर रात 8 बजे के आसपास हमला किया गया।
तब घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था जिसमें पीले कुर्ते में आकाश और ऋषभ गली में चटाई बम जलाने जाते दिखे.कृष दरवाजे पर खड़ा होकर ये सब देख रहा था. इतने में दो लोग स्कूटी से आते हैं और स्कूटी पर बैठा शख्स आकाश के पांव छूकर आशीर्वाद लेता है. दूसरा शख्स स्कूटी से उतरकर खड़ा है. वह अचानक कमर से बंदूक निकालता है और आकाश पर गोली चला देता है. दरवाजे के भीतर एक गोली कृष को भी लगती है. वहीं पटाखा जला रहा ऋषभ जब तक कुछ समझ पाता तब तक स्कूटी सवार भागने लगते हैं. ऋषभ उनके पीछे भागता है तो वे उसे भी गोली मार देते हैं और निकल जाते हैं।