जादूगोड़ा। संवाददाता : परमाणु ऊर्जा विभाग के अंतर्गत आने वाली यूसिल कंपनी की सबसे बड़ी और बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने वाली अस्पताल इन दिनों खुद बीमार पड़ी हुई है। जानकारी के अनुसार बता दे कि यूसिल जादूगोड़ा अस्पताल में लगभक एक महीने से लोगो को दवा नही मिल पा रही है। जिससे कि लोग इलाज के बाद दवाइयों के लिये जादूगोड़ा से जमशेदपुर तक के मेडिकल स्टोर तक दौड़ लगा रहे है। वही अब हालात यह हुई है कि यूसिल अस्पताल में जो मरीज भर्ती है वे भी कुछ जरूरी दवाई अपने परिजनों से बाहर से मंगवा रहे है। बात यही हुई कि अस्पताल में लेटने के लिए बेड तो मिल रही है परंतु खाने को दवाई नही। वही अपना नाम को प्रकाशित नही किये जाने के शर्त में एक यूसिल कर्मी की बुजुर्ग माँ ने कहा कि पिछले दो दिनों से अस्पताल में भर्ती हूँ।
डॉक्टर सुबह शाम देखने आते है और इलाज के बाद कुछ दवाई अस्पताल से मिल जाता है तो कुछ दवाई बाहर मेडिकल स्टोर से मंगवाना पड़ता है। इसी के साथ यूसिल के पूर्व कर्मचारियों को भी अब यूसिल से दवाई नही दिया जा रहा है। जानकारी के अनुसार बता दे कि यूसिल अस्पताल में दवाई का पुराण टेंडर समाप्त हो गया है। जिसको लेकर अभी चार करोड जेनेरिक ओर एक करोड की ट्रेड दवाई दिये जाने का नया टेंडर हुआ है। जिसके कारण जो यूसिल कर्मी है वे बाहर से दवाई खरीदकर अपना बिल कंपनी में जमा कर दे रहे है परंतु पूर्व कर्मचारी केवल इलाज मुफ्त में हो रहा है और दवाई पैसा देकर खरीद रहे है जिसके बाद वे अपना बिल भी यूसिल में जमा नही कर सकते। वही लगातार यूसिल अस्पताल की बिगड़ती व्यवस्था को लेकर स्थानीय लोगो ने चिंता जाहिर किये है।
इस बारे में यूसिल जादूगोड़ा अस्पताल के सीएमओ डॉ मानस कुमार रजक ने कहा कि भर्ती हुई मरीजो को जरूरी जवाई उपलब्ध करवायी जा रही है और नई टेंडर के मुताबिक अगले पंद्रह दिनों में पूर्व की तरह मरीजो को अस्पताल से दवा मिलने लगेगी।
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